Blue Sapphire Mall in Greater Noida : ब्लू सफायर मॉल में अचानक ग्रिल के गिरने से दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. जिसके बाद कई सवाल उठे हैं. बताया जा रहा है, कि मृतक के परिजन पुलिस से नाराज होकर मॉल के बाहर धरने पर बैठ गए हैं.
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Blue Sapphire Mall : ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना क्षेत्र में ब्लू सफायर मॉल से एक बड़ी घटना सामने आई है. ब्लू सफायर मॉल में रविवार ( 3 मार्च ) की दोपहर एक बड़ा हादसा हुआ. मॉल के वॉकिंग एरिया में अचानक पांचवीं मंजिल से ग्रिल टूटकर दो लोगों पर गिर गई, जिस वजह से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं बताया जा रहा है, इस मामले में पुलिस ने करवाई करते हुए सोमवार ( 4 मार्च ) को मॉल बंद करवा दिया है. साथ ही मॉल के अंदर फायर सेफ्टी उपकरण और स्ट्रक्चर की जांच के लिए कमेटी का गठन किया है. मौत के मामले में पुलिस ने मॉल के मालिक और प्रबंधन के खिलाफ FIR भी दर्ज की है. जिसके बाद कई सवाल उठे हैं.
बताया जा रहा है, कि मृत युवकों की पहचान हरेंद्र भाटी 35 वर्षीय और शकील 35 वर्षीय के रूप में हुई है. वहीं दोनों गाजियाबाद के विजयनगर में रहते थे.
पुलिस ने मृतक हरेंद्र के पिता की तहरीर पर मॉल के मालिक प्रदीप अग्रवाल, शीतल अग्रवाल और मॉल प्रबंधन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के मामले में FIR दर्ज की है. उधर, भाटी के परिजन पुलिस की कार्यशैली से नाराज होकर मॉल के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठ गए. उन्होंने इसे हत्या बताया है.
उठे ये सवाल
ऐसे में अब कई सवाल उठ रहे, कि क्या मॉल प्रबंधन ने आंधी के बाद भी ग्रिल की मरम्मत नहीं करवाई थी? क्या मॉल में सुरक्षा मानकों का पालन किया जाता है. यह हादसा एक बार फिर सुरक्षा मानकों के पालन के महत्व को दर्शाता है. मॉल प्रबंधन को ऐसे हादसों को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए.
मृतक हरेंद्र के पिता ने उठाए ये सवाल
मृतक हरेंद्र के घर पर मातम छाया हुआ है. बताया जा रहा है, हरेंद्र की मां का रो-रो का बुरा हाल है. वहीं पत्नी पति की मौत के खबर सुन कर बेसुध है. मॉल प्रबंधक के.अजय सिंह ने जी न्यूज से बात की और कहा की लोहे का जो हिस्सा गिरा है, वो हवा से हिल गया था. हमलोग ठीक करने वाले ही थे की हादसा हो गया. ऐसे में मृतक हरेंद्र के पिता ने सवाल उठाते हुए कहा, कि हरेंद्र का 10 साल का बेटा किस से जाकर सवाल करे कि क्या हुआ है? हादसे का कौन जिम्मेदार है? साथ ही उन्होंने कहा, कि गरीब की मौत से किसी को फर्क नहीं पड़ता.
मॉल प्रबंधक से मिलने के बाद मृतक हरेंद्र भाटी के पिता ने कहा की अगर परिवार संतुष्ट नही होता है, तो परिवार की महिलाएं मॉल में ही प्रोटेस्ट करेंगी. साथ ही बताया जा रहा है, कि हरेंद्र भाटी के लिए उसी जगह हवन होगा, जहां उसकी मौत हुई है. वहीं तेरहवीं की रस्म भी होगी.
प्रशासन पर किस तरह का दबाव की इंतजार तक नहीं हुआ ?
ऐसे में शकील के बड़े भाई और परिवार का कहना है, कि हमे कल फोन आया था, कि एक्सीडेंट हो गया है. जब हम वहां पहुंचे तब तक पोस्टमार्टम तक कर दिया गया. हमारे पहुंचने का इंतजार तक नहीं किया. शकील के परिजनों ने सवाल उठाते हुए पूछा है, कि प्रशासन पर किस तरह का दबाव था, की उनसे इंतजार तक नहीं किया गया.
पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कर के परिवार को सौंप दिया है. परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आगे कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है. बताया जा रहा है, कि उस दिन रविवार ( 3 मार्च ) हादसे के बाद भी नोएडा का ये मॉल बंद नहीं हुआ था. जब जी मीडिया ने इस खबर को चलाया तो प्रशासन सकते में आया और मॉल को बंद किया गया.
मॉल में ही काम करते थे दोनों मृतक
बताया जा रहा है, कि हरेंद्र की मॉल में ही होम डेकोर की शॉप थी. शकील उनके साथ में पेंटिंग का काम करता था. दोनों मॉल में ग्राउंड फ्लोर पर खड़े थे, तभी अचानक ग्रिल गिर गई. मॉल में मौजूद लोगों ने बताया कि धमाके की आवाज आई और चीखे सुनाई दीं.
इन हादसों का जिम्मेदार कौन?
ग्रेटर नोएडा के गैलेक्सी ग्रुप के ही दूसरे मॉल में भीषण आग के बाद वहां मौजूदा लोग तीसरी मंजिल से कूदते नजर आए. गैलेक्सी के मॉल में पिछले कुछ महीनों में लगातार ऐसे सुरक्षा से जुड़े मामलें सामने आ रहे है, जो लोगों की जान को जोखिम में डाल रहे हैं. बताया जा रहा है, कि हादसों में लोगों को काफी चोटें आई हैं. कुछ लोगों की मौत भी हो चुकी है. आम लोगों में इस मॉल को लेकर चिंता और डर का माहौल है.
ऐसे में अब सवाल उठ रहा है, कि लगातार ऐसे हादसों का कारण क्या है, कभी शोर्ट सर्किट से आग लगती है, तो कभी लिफ्ट में समस्या आ जाती है. जिसके बाद लोगों को भी अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ती है.
बता दें, कई बार मॉल प्रशासन ने इन हादसों के लिए माफी भी मांगी है और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने का दावा भी किया है, पर ये दावे साफतौर पर खोखले नजर आते रहे है.