भागलपुर: सावन महीने में सुल्तानगंज से देवघर की 105 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा पर एक प्रेरणादायक दृश्य देखने को मिला. खगड़िया के धुतैली निवासी पवन साह ने अपनी माँ को कांवड़ में बिठाकर कंधे पर लेकर बैधनाथ धाम की यात्रा शुरू की है. पवन साह ने कांवड़ को बहंगी का रूप दिया और उसमें अपनी मां को बैठाया. उनके साथ उनके दोस्त भी हैं, जो इस यात्रा में उनका साथ दे रहे हैं. पवन की मां के प्रति समर्पण और महादेव पर अटूट विश्वास ने लोगों का दिल जीत लिया है. जहां भी वे रुकते हैं, लोगों की भीड़ उमड़ जाती है. अन्य कांवड़ियों की भी वे आर्थिक मदद करते हैं. दिल्ली के श्रद्धालु राजू पारीक ने पवन के इस समर्पण को देखकर भावुक होकर कहा, "ऐसा बेटा भगवान सबको दे. दुर्भाग्य है कि आज के बच्चे मां-बाप को वृद्धाश्रम में भेज देते हैं. इससे सीखने की जरूरत है."