Supaul News: शारदा सिन्हा की सेहत खराब होने की खबर से उनके मायके हुलास गांव में गहरा दुख देखा जा रहा है. यह खबर सुनते ही गांव की कई महिलाओं की आंखें भर आईं. शारदा सिन्हा जब भी अपने मायके हुलास गांव आती थीं, तो गांव की महिलाओं के साथ बैठकर घंटों बातें करती थीं.
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सुपौल: लोकगायिका शारदा सिन्हा की तबीयत खराब होने की खबर से उनके मायके हुलास गांव में चिंता का माहौल है. पद्मभूषण और पद्मश्री जैसे सम्मान से सम्मानित शारदा सिन्हा की सेहत को लेकर गांव की महिलाओं में खासा दुख देखा जा रहा है. जैसे ही यह खबर उनके गांव पहुंची, कई महिलाओं की आंखें भर आईं. शारदा सिन्हा जब भी अपने मायके हुलास गांव आतीं, तो गांव की महिलाओं के साथ घंटों बातें किया करती थीं. चार-पांच महीने पहले भी वह अपने मायके आई थीं, तब भी महिलाओं के साथ मिलकर काफी समय बिताया था.
जानकारी के लिए बता दें कि गांव की महिलाओं का कहना है कि शारदा सिन्हा का स्वभाव बहुत ही सरल और सहज है और वह सभी से बहुत जल्दी घुलमिल जाती हैं. उनकी सहजता और सादगी ने उनके गांव वालों से एक गहरा संबंध बना दिया है. महिलाओं ने बताया कि शारदा जी के गाये गीतों ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर गांव का नाम रोशन किया है, जिससे उन्हें गर्व महसूस होता है.
शारदा सिन्हा के बीमार होने की खबर के बाद से गांव में सभी महिलाएं छठी मैया से उनकी सेहत की दुआ कर रही हैं. उन्होंने कहा कि वे चाहती हैं कि शारदा जी जल्द स्वस्थ हो जाएं और एक बार फिर उनसे उसी तरह से मुलाकात हो, जैसे पहले होती थी. फिलहाल गांव की सभी महिलाएं इस उम्मीद में हैं कि जल्द ही वे खबर सुनेंगी कि शारदा सिन्हा जी स्वस्थ होकर वापस अपने परिवार और चाहने वालों के बीच हैं.
इनपुट- जी बिहार झारखंड ब्यूरो
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