प्राकृतिक ने इस गांव के किसानों के लिए जल का स्रोत गर्म पानी से न केवल चर्म रोग से लोगों के इलाज होता है, बल्कि इस जल के स्रोत से किसान 12 मास अच्छी फसल भी उपजाते है.
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लातेहार : एक तरफ मौसम के दगाबाजी से किसानों की कमर तोड़ दी है. जब किसानों की जरूरत थी वर्षा की, तो तब वर्षा नहीं हुई.अब हुए बरसात से किसानों ने थोड़ी हिम्मत कर अपने खेतों में फसल तो लगाई है, लेकिन फसल की उम्मीद नहीं के बराबर है. वहीं दूसरी तरफ लातेहार सदर थाना क्षेत्र के सालोडीह ग्राम में प्रकृति की कृपा से सालों भर पानी के स्रोत ने यहां के किसानों को सालों भर हर तरह की फसल उपजाते हैं यह जल स्रोत किसानों की फसल में वरदान साबित हो रहा है.
जलस्रोत से किसान 12 मास करते है फसल
बता दें कि प्राकृतिक ने इस गांव के किसानों के लिए जल का स्रोत गर्म पानी से न केवल चर्म रोग से लोगों के इलाज होता है, बल्कि इस जल के स्रोत से किसान 12 मास अच्छी फसल भी उपजाते है. जिला प्रशासन इस जल के स्रोत के संरक्षण में कोई सार्थक पहल करती तो न केवल इस गांव बल्कि दूसरे गांव के किसानों के हजारों हेक्टेयर भूमि सिंचित हो पाता है. वही किसानों की बात माने तो इस गांव में कुदरत ने ऐसा एक जल का स्रोत दिया है इस जल के स्रोत से इसी गांव के सैकड़ों एकड़ भूमि पर किसान फसल लगाकर अपनी आमदनी दुगनी करते है.
जलस्रोत पर बनाया जाएगा बांध
जिला प्रशासन के अनुसार इस जल के स्रोत को बांध दिया जाए, तो ना केवल यहां के किसान बल्कि दूसरे गांव के लोगों के किसानों के जमीन पर खेती हो पाता. वही प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि यह जलस्रोत बेकार ना हो इसको लेकर यहां एक बांध बनाया जाएगा, ताकि इस जल स्रोत से निकलने वाले पानी यहां संरक्षण किया जा सके और इसके माध्यम से किसानों के खेत तक पानी पहुंचाया जाएगा.