Harivansh Narayan Singh: 'गांधी के सुझाए रास्तों पर नहीं चला देश...', राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह के बयान से सियासी पारा चढ़ा
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Harivansh Narayan Singh: 'गांधी के सुझाए रास्तों पर नहीं चला देश...', राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह के बयान से सियासी पारा चढ़ा

हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि गांधी ने इस देश को चरित्र दिया. आज की सबसे बड़ी चुनौती गांधी माडल के रास्ते पर वापस आने की है. उपभोक्तावाद, बाजारीकरण, पर्यावरण संकट एवं तकनीक हमारे समय की सबसे बड़ी चुनौती है. 

राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह

Harivansh Narayan Singh Statement: राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने बड़ा बयान दिया है. हरिवंश बाबू का कहना है कि हमारा देश कभी गांधी जी के सुझाए रास्तों पर चला ही नहीं. उन्होंने आगे कहा कि अब उन रास्तों पर लौटना बड़ा मुश्किल काम है और इस काम में वक्त लगेगा. राज्यसभा के उपसभापति का यह बयान इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि विपक्ष एक सुर में मोदी सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाता रहता है. 

उपसभापति ने ये बातें पंडित रामचंद्र खान स्मृति समारोह में कहीं. उन्होंने कहा कि गांधी ने इस देश को चरित्र दिया. आज की सबसे बड़ी चुनौती गांधी माडल के रास्ते पर वापस आने की है. उपभोक्तावाद, बाजारीकरण, पर्यावरण संकट एवं तकनीक हमारे समय की सबसे बड़ी चुनौती है. हमारे देश में गांधी की ओर से सुझाए हुए साध्य-साधन की एकता की पवित्रता से दूरी बढ़ी है. 

हरिवंश बाबू के बयान से विपक्ष को झटका

कांग्रेस नेता राहुल गांधी का तो यहां तक कहना है कि पीएम मोदी ने गांधी जी के सपनों के भारत को बर्बाद करके रख दिया है. राहुल के साथ नीतीश कुमार भी इन दिनों मोदी को सत्ता से हटाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकने में लगे हैं. ऐसे वक्त में हरिवंश बाबू की इस तरह की टिप्पणी उनके लिए भी झटका माना जा रहा है, क्योंकि हरिवंश नारायण सिंह सिर्फ राज्यसभा के उपसभापति ही नहीं बल्कि जेडीयू के कद्दावर नेता भी हैं.

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नीतीश और मोदी में होगी टक्कर?

राज्यसभा में उपसभापति के रूप में हरिवंश नारायण सिंह का ये दूसरा कार्यकाल है. एनडीए से नीतीश कुमार के अलग होने के बाद भी मोदी सरकार ने उन्हें उपसभापति के पद से हटाने का कोई कदम नहीं उठाया. नीतीश कुमार अब राजद के समर्थन से दिल्ली जाने की तैयारी कर रहे हैं. हालांकि, विपक्ष में अभी तक इस पर एकमत नहीं बन सका है. जबकि बीजेपी एक बार फिर से पीएम मोदी के नेतृत्व में सत्ता की हैट्रिक लगाने की तैयारी कर रही है.