भोर में 4 बजे गिरफ्तारी, दोपहर 12 बजे मिली जमानत, साढ़े 8 घंटे रहे हिरासत में
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2589787

भोर में 4 बजे गिरफ्तारी, दोपहर 12 बजे मिली जमानत, साढ़े 8 घंटे रहे हिरासत में

Prashant Kishor: जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को पटना सिविल कोर्ट से जमानत मिल गई. प्रशांत किशोर की पेशी के दौरान जनसुराज के अध्यक्ष समेत काफी संख्या में कार्यकर्ता सिविल कोर्ट पहुंचे थे. इससे पहले प्रशांत किशोर को पुलिस ने पटना गांधी मैदान से सोमवार भोर में 4 बजे जबरन उठा लिया था.

प्रशांत किशोर

Prashant Kishor News: जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को पटना सिविल कोर्ट से जमानत मिल गई. पटना पुलिस ने प्रशांत किशोर को कोर्ट में पेश किया था. जनसुराज के अध्यक्ष समेत काफी संख्या में कार्यकर्ता सिविल कोर्ट पहुंचे थे. जानकारी के मुताबिक, प्रशांत किशोर को पुलिस दूसरे गेट से कोर्ट के अंदर ले गई थी. इससे पहले प्रशांत किशोर को पुलिस ने पटना गांधी मैदान से सोमवार भोर में 4 बजे जबरन उठा लिया था. वहीं, जनसुराज के अध्यक्ष ने कहा कि आमरण अनशन आगे जारी रहेगा. प्रशांत किशोर को पटना एम्स में मेडिकल टेस्ट के बाद सिविल कोर्ट में पेश किया गया था, जहां कोर्ट ने प्रशांत किशोर को जमानत दे दिया. 

बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में अनशन पर बैठे जन सुराज पार्टी संस्थापक प्रशांत कुमार की गिरफ्तारी के बाद राजनीति गर्म हो चुकी है. मालूम हो कि सोमवार देर रात को पटना में अनशन कर रहे प्रशांत किशोर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वहीं, AIMIM पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने सोमवार कहा कि प्रशांत किशोर को थप्पड़ मारे जाने की बात सामने आ रही है, अगर ऐसा किया गया है तो यह बहुत ही गलत बात है और यह थप्पड़ प्रशांत किशोर को नहीं बल्कि लोकतंत्र को मारा गया है.

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और नीतीश सरकार के मंत्री दिलीप जायसावाल ने आरोप लगाया कि प्रशांत किशोर छात्रों के नाम पर अपनी राजनीति चमका रहे थे. उन्होंने कहा है कि उनकी राजनीति का अंत हो रहा है. ऐसे लोग आते-जाते रहते हैं. उन्होंने कहा कि कहावत है कि खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे, प्रशांत किशोर उसी को चरितार्थ कर रहे थे.

यह भी पढ़ें:'भगाओ, भागो मत!' क्या खेसारी लाल यादव ने किया चुनाव लड़ने का इशारा? यहां जानिए

राजद प्रवक्ता ने कहा कि ये VIP अनशन, खा पीकर किया गया अनशन ये छात्रों के आंदोलन की आड़ में अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे थे. सरकार से मिलीभगत थी. पुलिस प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं. जब गांधी मैदान प्रतिबंधित स्थान था, तब वहां बैठने की इजाज़त क्यों दी? पहले ही दिन क्यों नहीं हटाया? सरकार द्वारा प्रायोजित आंदोलन छात्र और नौजवान भी समझ रहे हैं.

यह भी पढ़ें:Bihar Politics: बीजेपी-जदयू विधायक में खटपट! गोपाल मंडल ने इंजीनियर शैलेंद्र को घेरा

बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें!यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi  हर पल की जानकारी.बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पासक्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार.जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Trending news