Prashant Kishor: कमाल, धमाल, जेल और अस्पताल... राजनीति में प्रशांत किशोर के 100 दिन का कैसा रहा सफर?
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2596383

Prashant Kishor: कमाल, धमाल, जेल और अस्पताल... राजनीति में प्रशांत किशोर के 100 दिन का कैसा रहा सफर?

Prashant Kishor Politics: प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर 2024 को पटना के वेटरनरी ग्राउंड से जन सुराज पार्टी लॉन्च की थी. बिहार की राजनीति में उनकी पार्टी के 100 दिन पूरे हो गए हैं.

प्रशांत किशोर

Jan Suraj 100 Days Completed: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर को बिहार की राजनीति में 100 दिन पूरे हो गए हैं. इन 100 दिनों में प्रशांत किशोर ने जेल-बेल का खेल भी देख लिया है. दरअसल, पीके ने 2 अक्टूबर 2024 को पटना के वेटरनरी ग्राउंड से जन सुराज पार्टी लॉन्च की थी. 'जय-जय बिहार' का नारा देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि हम अपने जीवनकाल में एक ऐसा बिहार बनाएंगे कि देश और दुनिया में कोई उसे गाली नहीं दे पाएगा. पीके ने अपनी पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी मनोज भारती को बनाया और खुद के लिए संयोजक की भूमिका चुनी.

जन सुराज की स्थापना के तुरंत बाद ही बिहार में 4 सीटों पर उपचुनाव हुआ. जन सुराज को अपनी पहली परीक्षा में कोई सफलता तो नहीं मिली लेकिन 10 फीसदी वोट हासिल किया. लालू यादव और नीतीश कुमार जैसे क्षत्रपों की मौजूदगी में यह स्कोर खराब भी नहीं है. चिराग पासवान की अगुवाई वाली एलजेपी ने 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में करीब 6 फीसदी वोट हासिल किए थे. मांझी की पार्टी का कोर वोटर ही 3 फीसदी है. मुकेश सहनी भी सिर्फ 4 फीसदी वोटबैंक की राजनीति करते हैं. ऐसे में पीके की पार्टी का 10 फीसदी वोट शेयर ले जाना, जेडीयू और आरजेडी के लिए खतरे की घंटी है.

ये भी पढ़ें- चिराग पासवान पर मेहरबान PM मोदी! अब उनके जीजा को केंद्र में मिली अहम जिम्मेदारी

BPSC अभ्यर्थियों के साथ खड़े होकर प्रशांत किशोर ने युवाओं का समर्थन हासिल करने की कोशिश की है. बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में आमरण अनशन करते हुए उनकी गिरफ्तारी हुई. हालांकि, उनको कोर्ट से जमानत मिल गई. जन सुराज के मुताबिक पीके ने सशर्त बेल ठुकरा दी थी, जिसके कारण उन्हें बेउर जेल तक जाना पड़ा था. शाम को कोर्ट ने फिर से जमानत दे दी थी. हालांकि, पटना प्रशासन ने इन दावों का खंडन किया है और जेल जाने वाली बात को झूठा दावा बताया है. फिलहाल, आमरण अनशन करते हुए प्रशांत किशोर की तबियत खराब हो गई थी. जिसके कारण वो अभी अस्पताल में भर्ती हैं. इस बीच उन्हें बीपीएससी से भी एक लीगल नोटिस भेजा गया है. वहीं विरोधी उन पर छात्रों के नाम पर राजनीति चमकाने का आरोप लगा रहे हैं.

बिहार-झारखंड की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Bihar-Jharkhand News In Hindi और पाएं Bihar-Jharkhand Latest News In Hindi हर पल की जानकारी. बिहार-झारखंड की हर खबर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Trending news