Mukhtar Ansari Death: मांझी ने माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर तेजस्वी व लालू पर साधा निशाना, कहा- 'हम तो स्वतंत्रता सेनानी थे...'
Advertisement

Mukhtar Ansari Death: मांझी ने माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर तेजस्वी व लालू पर साधा निशाना, कहा- 'हम तो स्वतंत्रता सेनानी थे...'

Mukhtar Ansari Death: बिहार के गया में आज शुक्रवार को बिहार के पूर्व सीएम सह हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेक्युलर के संरक्षक जीतन राम मांझी से बांदा जेल में माफिया मुख्तार अंसारी के मौत के बाद पूरे यूपी में हाई अलर्ट किया गया है. 

जीतन राम मांझी

गया: Mukhtar Ansari Death: बिहार के गया में आज शुक्रवार को बिहार के पूर्व सीएम सह हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेक्युलर के संरक्षक जीतन राम मांझी से बांदा जेल में माफिया मुख्तार अंसारी के मौत के बाद पूरे यूपी में हाई अलर्ट किया गया है. धारा 144 लगाई गई है. इस बारे में पूछे जाने पर जीतन राम मांझी ने बताया कि अपना कानून है, भारत का वो काम अपना करेगा. माफिया की मौत हुई और वो भी जेल में तो मौत के पीछे क्या कारण रहा है ये तो सरकार देखेगी ही. अब रही बात इसके खिलाफ में दुष्प्रचार हुआ या उस पर रिएक्शन हो रहा है तो ये तो हम समझते हैं ही. माफिया के लिए कौन करेगा इस तरह का प्रचार और इस तरह का हुड़दंग, वैसे ही लोग करेगा, तो ये उचित नहीं है जांच होगी और जांच होने के उपरांत सचमुच में कोई गलतियां हुई, उनके मृत्यु के चलते तो उसे सुधारा जाएगा. हम समझते हैं कि ये कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है ऐसा मैं मानता हूं.

वहीं माफिया मुख्तार अंसारी की मौत पर तेजस्वी यादव द्वारा किए गए ट्वीट पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव कह सकते है कि हमने कुछ नहीं किया है. हमारे खिलाफ ईडी लगी है. जबकि चार्जशीटेड है और क्या है लालू यादव सजायाफ्ता है, लेकिन इसके बावजूद भी कहते हैं कि हमको फंसाया गया है. ऐ गरीबों देखो तुम्हारे लिए कुछ करना चाहते थे तो हमको फसाया गया है. भगवान कृष्ण की तुलना देते हैं कि वो जेल गए थे तो अब ये अपनी-अपनी सोच है. लेकिन यहां बिहार की जनता, हिंदुस्तान की जनता जानती है कि ऐसे काम करने वालों का भले ही क्षणिक लाभ हो. लेकिन कालांतर में उनको कोई तरजीह नहीं मिलेगी. 

इसे तेजस्वी कहते हैं तो वो अपना सोच कर कहते हैं. अगर हम पर किसी न किसी रूप में कार्रवाई होती है तो कहीं न कह दें कि हम तो स्वतंत्रता सेनानी थे. हमको जेल भेजा गया. उनके पिता जी जेल से आते थे तो हाथियों पर चढ़ कर आते थे. लगता था कि कोई स्वतंत्रता संग्राम में गए हुए थे, जो लौट कर आ रहे है. तो ये तो सभी का अपना-अपना नजरिया है. झूठ को सच के रूप में प्रकट करना, गलत चीजों को ठीक संदर्भ में लोगों के सामने परोसना और जनतंत्र है, जनतंत्र में कुछ लोग मान्यता भी उसको दे देते हैं. लेकिन अन्तोगत्वा सच्चाई की जीत होती है जो गलत होता है. उसकी परिणीति गलत होती है.

वहीं पूर्णिया लोकसभा सीट से पप्पू यादव को भाजपा की ओर से ऑफ़र किया गया के सवाल पर जीतन राम मांझी ने कहा कि पप्पू यादव कभी राजद में गए थे, कहा कि हम लालू यादव के बेटा है. फिर वहां से कांग्रेस में आए. वहां गुणगान किया. अब टिकट नहीं मिला तो कह रहे है कि पूर्णिया को नहीं छोड़ेंगे, आत्महत्या कर लेंगे. वैसी परिस्थिति में भाजपा में क्या महत्व है कि आएंगे या नहीं इस पर हमारा कोई कमेंट नहीं है.
इनपुट- पुरुषोत्तम कुमार

यह भी पढ़ें- Purnea Lok Sabha Seat: 'कांग्रेस से ही पूर्णिया सीट से नामांकन करेंगे', पप्पू यादव ने कर दिया खुला ऐलान

 

Trending news