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रांचीः Jharkhand Politics: झारखंड में चुनाव से पहले सियासी लड़ाई शुरू हो गई है. मुख्य निर्वाचन आयोग तक अब ये सियासी लड़ाई पहुंच गई है. झारखंड सरकार के अधिकारियों के द्वारा निर्वाचन आयोग से गुहार लगाने की बात सामने आई है कि हेमंत विश्व शर्मा और शिवराज सिंह चौहान पर प्रशासन को पंगु बनाने और धमकाने का आरोप लगाया है. सांप्रदायिक अशांति पैदा करने का आरोप भी लगाया गया है. लेटर में प्रशासनिक अधिकारियों को डराने और धमकाने का भी जिक्र है.
इस पूरे मामले को लेकर सत्ताधारी दल जेएमएम के प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि सरकार ने लिखा कि यहां के सांप्रदायिकता को भड़काने का काम दो जिम्मेदार व्यक्तियों द्वारा फैलाया जा रहा है. इनके पास कोई मुद्दा नहीं है तो ये लोग अशांति फैलाने का काम कर रहे है.
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वहीं इस पर कांग्रेस प्रवक्ता डॉ कुमार राजा ने कहा कि जो दो लोगों को झारखंड बुलाया गया है. इनके राज्य में सांप्रदायिकता भड़काई गई है. मध्य प्रदेश और असम में हमेशा सांप्रदायिकता बड़ी रहती है. लेकिन उनके आने से झारखंड में कुछ होने वाला नहीं है. हमारी सरकार लोगों को योजनाओं से लाभान्वित कर रही है.
इस पर बीजेपी राज्यसभा सांसद प्रदीप वर्मा ने कहा कि एक राज्य का सीएम जो झारखंड में चुनाव का प्रभारी है. चुनाव के समय बाहर से लोग प्रभारी के तौर पर आते ही हैं. कांग्रेस के प्रभारी तो कश्मीर से आते हैं तो हम क्या कहें. वह यहां अशांति फैलाने आए हैं. यह राष्ट्रपतियों की परंपरा है कि चुनाव के वक्त प्रभारी बाहर के नियुक्त किए जाते हैं. यह चाहते हैं कि राज्य के अधिकारी इनके कार्यकर्ता के तौर पर कम करें. यह परेशान है और भयभीत है, इसलिए इस प्रकार की बातें कर रहे हैं.
इनपुट- धीरज ठाकुर, रांची