Bihar News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के लिए डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री निवास पहुंचे हैं और दोनों के बीच पिछले कुछ समय से मुलाकात चल रही है. मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की मुलाकात के खास मायने निकाले जा रहे हैं.
Trending Photos
Bihar News: बिहार की राजधानी पटना से इस समय की सबसे बड़ी खबर आ रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के लिए डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री निवास पहुंचे हैं और दोनों के बीच पिछले कुछ समय से मुलाकात चल रही है. मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की मुलाकात के खास मायने निकाले जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार पिछले कुछ समय से इंडिया ब्लॉक से कन्नी काटे हुए हैं और दिल्ली की बैठक में संयोजक न बनाए जाने से खिन्न चल रहे हैं. उसके बाद उन्होंने जेडीयू अध्यक्ष पद खुद ही संभाल लिया है, जिसके बाद से राजद और कांग्रेस सकते में हैं. मुंबई से शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी 2 दिन पहले नीतीश कुमार से फोन पर बात की थी. इंडिया ब्लॉक के नेताओं को डर है कि नीतीश कुमार फिर से पाला बदलकर एनडीए में न शामिल हो जाएं.
जिस समय नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की मुलाकात हो रही है, उससे ठीक पहले जेडीयू कोटे से नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री रत्नेश सदा ने ऐसा बयान दिया, जिससे इंडिया ब्लॉक के नेता परेशान हो जाएंगे. रत्नेश सदा ने कहा, नीतीश कुमार को अगर संयोजक नहीं बनाया गया तो 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की भारी जीत से कोई रोक नहीं सकता.
ये भी पढ़ें:जहां से मनोज को लांच करने की तैयारी कर रहा राजद, उस पर तो कांग्रेस ने ठोक दिया दावा
दिल्ली में इंडिया ब्लॉक की चौथी बैठक के बाद से ही नीतीश कुमार के तेवर बदले बदले से लग रहे हैं. हालाकि जेडीयू और खुद नीतीश कुमार ने भी नाराजगी की बातों से इनकार किया है, लेकिन अब तक बहुत पानी बह चुका है. ललन सिंह जेडीयू के भूतपूर्व अध्यक्ष हो चुके हैं और नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री के अलावा जेडीयू अध्यक्ष पद भी संभाल रहे हैं.
कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि नीतीश कुमार की नाराजगी इस हद तक है कि उन्होंने हरिवंश वाला विंडो ओपन कर दिया है और संभव है कि वे लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के पाले में चले जाएं. हालांकि जेडीयू नेता इस बात से इनकार कर रहे हैं. लेकिन एक तथ्य यह भी है कि राबड़ी देवी को नीतीश कुमार ने न तो नए साल की और न ही उनके जन्मदिन की बधाई दी, जबकि मधुर संबंध के समय नीतीश कुमार यह रास्ता पैदल नाप देते थे.
एक और बात बात दीगर है कि जेडीयू नेताओं के बोल भाजपा के प्रति नरम हो गए हैं और राजद के प्रति तीखे तेवर देखने को मिल रहे हैं. संभव है कि तेजस्वी यादव नुकसान भरपाई के लिए ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे हों. यह भी संभव है कि कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर बात करने के लिए भी वे सीएम हाउस गए हों.