तेज प्रताप द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी पार्क का नाम बदलने पर बीजेपी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. बीजेपी प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि एक तरफ तो नीतीश कुमार अटल जी की समाधि पर माल्यार्पण करते हैं और दूसरी तरफ तेज प्रताप यादव ने पार्क का नाम बदल दिया है.
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Bihar Politics: देश में बीते कुछ वर्षों से नाम बदलने की राजनीति काफी देखने को मिली है. मोदी सरकार से लेकर बीजेपी की राज्य सरकारों ने कई ऐतिहासिक जगहों का नाम बदलने का काम किया है. अब इस काम में लालू यादव के बड़े बेटे और बिहार सरकार में मंत्री तेज प्रताप यादव भी जुट गए हैं. तेज प्रताप यादव ने पटना में स्थित देश के पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के संस्थापक सदस्य भारतरत्न 'अटल बिहारी वाजपेयी पार्क' का नाम बदलकर 'कोकोनट पार्क' कर दिया है. कंकड़बाग में स्थित इस पार्क का पहले भी नाम 'कोकोनट पार्क' था, लेकिन 2018 में इसका नाम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर किया गया था.
पार्क में अटल बिहारी वाजपेयी का बोर्ड अभी भी पार्क के बाहर लगा हुआ है और वाजपेयी जी की मूर्ति भी पार्क के अंदर लगी हुई है और इन दोनों के साथ कुछ भी छेड़छाड़ नहीं किया गया है. राजनीतिक रूप से तेज प्रताप यादव का यह कदम बीजेपी को मुंह चिढ़ाने वाला माना जा रहा है, लेकिन इससे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी फजीहत हो रही है. बता दें कि तेज प्रताप ने ये कदम ऐसे वक्त में उठाया है, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद अटल बिहारी वाजपेयी के मुरीद हो चुके हैं. वाजपेयी की पुण्यतिथि पर नीतीश कुमार ने दिल्ली में स्थित अटल स्मृति पर जाकर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी थी.
वहीं तेज प्रताप द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी पार्क का नाम बदलने पर बीजेपी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. बीजेपी प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि एक तरफ तो नीतीश कुमार अटल जी की समाधि पर माल्यार्पण करते हैं और दूसरी तरफ तेज प्रताप यादव ने पार्क का नाम बदल दिया है. यह दोरंगी सरकार है. उन्होंने कहा, बीजेपी इसका विरोध करती है और मांग करती है कि इस पार्क का नाम ना बदला जाए.