Valentine's Week 2023 Special: एमएस धोनी के टूटे दिल का सहारा बनी थी साक्षी, कुछ इस तरह शुरू हुई दोनों की लव स्टोरी
Advertisement

Valentine's Week 2023 Special: एमएस धोनी के टूटे दिल का सहारा बनी थी साक्षी, कुछ इस तरह शुरू हुई दोनों की लव स्टोरी

Valentine's Week Special, Mahendra Singh Dhoni And Sakshi Love Story: आज वैलेंटाइन डे है. जिसे दो प्यार करने वाले साथ में मनाना पसंद करते है. वहीं जब भी दुनिया में प्यार की बात आती है तो सबसे पहले हीर-रांझा, लैला-मजनू के प्यार की मिसाल दी जाती है. 

Valentine's Week 2023 Special: एमएस धोनी के टूटे दिल का सहारा बनी थी साक्षी, कुछ इस तरह शुरू हुई दोनों की लव स्टोरी

Valentine's Week Special, Mahendra Singh Dhoni And Sakshi Love Story: आज वैलेंटाइन डे है. जिसे दो प्यार करने वाले साथ में मनाना पसंद करते है. वहीं जब भी दुनिया में प्यार की बात आती है तो सबसे पहले हीर-रांझा, लैला-मजनू के प्यार की मिसाल दी जाती है. इनके जैसी न जाने कितनी प्रेम कहानियां दुनिया में सांस लेती हैं और न जाने कितने प्यार करने वाले अमर हो जाते है. वैलेंटाइन वीक में हम स्पेशल लव स्टोरी सीरीज चला रहे है. जिसमें आज वैलेंटाइन के मौके पर हम आपको महेंद्र सिंह धोनी और साक्षी की लव स्टोरी के बारे में बता रहे है, इनकी लव स्टोरी में प्यार है, इमोशन हैं और ड्रामा है. तो चलिए आज हग डे के मौके पर हम आपको उनकी दिलचस्प प्रेम कहानी के बारे में बताते है...

साल 2010 मं की शादी 
बात है साल 2010 की जब महेंद्र सिंह धोनी ने साक्षी सिंह से शादी रचाई थी. दरअसल, धोनी जब टीम इंडिया की तरफ से खेल रहे थे. तब वह उसी होटल में रूके थे, जहां साक्षी इंटर्नशिप करती थीं. इस दौरान दोनों की मुलाकात हुई. जिसके बाद से दोनों के बीच मुलाकातों का दौर शुरु हो गया. धोनी और साक्षी के परिवार एक-दूसरे को पहले से ही जानते थे. बाद में धोनी ने 4 जुलाई 2010 को साक्षी सिंह से शादी कर ली. धोनी की एक बेटी भी है, जिसका नाम जीवा है. साक्षी से शादी करने के बाद महेंद्र सिंह धोनी के करियर में कई सफलताएं आई. शादी के बाद ही धोनी ने 2011 में वर्ल्ड कप जीता था.  

दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर
बता दें कि धोनी की गिनती दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर्स में होती है. धोनी ने अपने दम पर भारत को कई हारे हुए मैच जिताए हैं. धोनी की गिनती भारत के सबसे सफल कप्तानों में होती है. उनकी कप्तानी में भारत को 110 वनडे, 27 टेस्ट और 41 टी20 मैचों में जीत मिली. धोनी को डेथ ओवर्स में तेजी से रन बनाने के लिए जाना जाता था. आखिरी ओवर में भारत को जीतने के लिए अगर 15 रन भी चाहिए और क्रीज पर धोनी हैं, तो दबाव धोनी की जगह गेंदबाज पर होता था. 

यह भी पढ़ें- Valentine's Week 2023 Special: दिल्ली की रेचल पर फिदा हो गए थे तेजस्वी, फिर कुछ ऐसे शुरू हुआ प्यार का सिलसिला

Trending news