अतिक्रमण हटाने के विरोध में आत्मदाह, एक दुकानदार की मौत, दूसरे का इलाज जारी
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अतिक्रमण हटाने के विरोध में आत्मदाह, एक दुकानदार की मौत, दूसरे का इलाज जारी

यूपी के कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान दो महिलाओं (मां-बेटी) के जलकर मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि नया बवाल बिहार की राजधानी पटना में उठ खड़ा हुआ जहां अतिक्रमण हटाने आई टीम का विरोध कर रहे दुकानदारों ने आत्मदाह की कोशिश की.

(फाइल फोटो)

पटना : यूपी के कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान दो महिलाओं (मां-बेटी) के जलकर मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि नया बवाल बिहार की राजधानी पटना में उठ खड़ा हुआ जहां अतिक्रमण हटाने आई टीम का विरोध कर रहे दुकानदारों ने आत्मदाह की कोशिश की. इस घटना में एक दुकानदार की मौत हो गई है जबकि एक का इलाज जारी है. 

दरअसल बिहार की राजधानी पटना के मेंहदीगंज गुमटी पर दुकानदारों के द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए रेल पुलिस की टीम पहुंची थी इसी का विरोध दुकानदार कर रहे थे और इसमें से एक दुकानदार अनिल साह ने आत्मदाह कर लिया. जिसमें उसकी हालत गंभीर हो गई औऱ उसे इलाज के लिए दिल्ली भेजा गया लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया.    

इस दौरान अनिल साह के साथ एक और दुकानदार ने आत्मदाह की इस दौरान कोशिश की जिसकी हालत गंभीर है और उसका इलाज किया जा रहा है. दरअसल रेलवे पुलिस की टीम यहां से अतिक्रमण हटाने पहुंची थी उसी दौरान यह हादसा हुआ. रेलवे पुलिस की तरफ से आलमगंज थाना इलाके में अतिक्रमण को हटाया जा रहा था. इसी दौरान मेंहदीगंज गुमटी इलाके में इस टीम का विरोध किया गया और दुकानदारों ने इसी के विरोध में आत्मदाह की कोशिश की. इसके खिलाफ यहां स्थानीय दुकानदार शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन रेलवे पुलिस का दल वहां पहुंचा और हंगामा शुरू हो गया. इसकी जानकारी वहां के स्थानीय दुकानदारों ने दी. 

 दुकानदारों का कहना है कि रेलवे पुलिस जबरन यहां दुकानों को खाली करवा रही थी. इसके बाद चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई. इसी का विरोध करने के लिए दुकानदारों ने आत्मदाह की कोशिश की और इसमें दो दुकानदार बुरी तरह झुलस गए जिसमें से एक अनिल साह की इलाज के दौरान जान चली गई. जिस जमीन को लेकर विवाद है उसको लेकर रेलवे का दावा है कि वह जमीन रेलवे की है. जबकि स्थानीय दुकानदार बता रहे हैं कि यह उनकी अपनी जमीन है. इसपर उनका कब्जा है.   

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