Nitish Kumar Birthday Special: लालू प्रसाद जब बिहार के सीएम बने थे तब वे एक बात हर बार कहते थे— मैं बिहार में 20 साल राज करूंगा. लेकिन बाद के हालात ऐसे बनते चले गए कि लालू प्रसाद यादव को 10 साल के भीतर ही पत्नी राबड़ी देवी को सीएम बनाना पड़ा.
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पटनाः Nitish Kumar Birthday Special: लालू प्रसाद जब बिहार के सीएम बने थे तब वे एक बात हर बार कहते थे— मैं बिहार में 20 साल राज करूंगा. लेकिन बाद के हालात ऐसे बनते चले गए कि लालू प्रसाद यादव को 10 साल के भीतर ही पत्नी राबड़ी देवी को सीएम बनाना पड़ा. इस तरह उनका 20 साल राज करने का दावा हवा हवाई हो गया. वहीं लालू प्रसाद के विरोध में राजनीतिक झंडा बुलंद करने वाले नीतीश कुमार अगर 2025 तक सीएम रह जाते हैं तो वे कमोबेश 20 साल तक बिहार की कमान संभालने वाले प्रथम मुख्यमंत्री हो जाएंगे. कमोबेश इसलिए क्योंकि बीच में कुछ समय के लिए जीतन राम मांझी सीएम बने थे. इस तरह देखा जाए तो बिहार के पहले सीएम श्रीकृष्ण सिंह के बाद सबसे लंबे समय तक सीएम रहने का रिकॉर्ड नीतीश कुमार ने बनाया है.
बिहार को विकास की पटरी पर लाने में नीतीश की अहम भूमिका
देखा जाए तो बिहार के सियासी इतिहास के पन्ने जब भी 'पलटे' जाएंगे तो उसमें नीतीश कुमार को जरूर याद किया जाएगा. बिहार को विकास की पटरी पर दौड़ाने में नीतीश कुमार की काफी अहम भूमिका है. नीतीश कुमार ने ही महिलाओं को आरक्षण दिलाया, बिहार की बेटियों को उड़ान भरना सिखाया है. इसके साथ-साथ राज्य में बिजली, पानी, सड़क और कानून व्यवस्था की सुविधा अच्छी करने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अहम भूमिका है.
सभी बातों का किया मुस्करा कर सामना
हालांकि सियासी जानकार मानते हैं कि वक्त के साथ नीतीश कुमार ने कई ऐसे फैसले भी लिए है. जिसकी वजह से लोगों ने उन्हें पसंद नहीं किया. कई बार नीतीश कुमार को 'पलटूराम', 'पलटी मार' के अलावा बहुत कुछ भी कहा गया है. इन सब के बावजूद उन्होंने इन बातों का मुस्करा कर जवाब दिया और बिहार की कुर्सी पर बने रहे.
आठ बार ले चुके मुख्यमंत्री की शपथ
वहीं नीतीश कुमार अब तक आठवीं बार शपथ ले चुके है. आखिर देश में सबसे लंबे समय तक किसी राज्य की कमान संभालने वाले नेता नीतीश कुमार है. जानिए कब-कब नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली.
- नीतीश कुमार ने सबसे पहले साल 2000 में 3 मार्च को एनडीए की तरफ से बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, लेकिन बहुमत साबित नहीं कर पाने की वजह से केवल सात दिन में ही कुर्सी चली गई थी.
- साल 2005 में नीतीश कुमार दूसरी बार मुख्यमंत्री बने थे. साल 2005 में हुए मध्यावधि चुनाव में आरजेडी को हराकर पहली बार बहुमत हासिल कर पूरे 5 साल के लिए पद पर बने रहे थे.
- साल 2010 नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल की और फिर से तीसरी बार मुख्यमंत्री बने.
- साल 2013 में नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद एनडीए का साथ छोड़ दिया.
- हालांकि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के वजह से नीतीश कुमार ने सीएम का पद छोड़ दिया और अपने ही दल के जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बना दिया.
-जिसके बाद साल 2015 में मांझी से अनबन होने के वजह से नीतीश कुमार ने एक बार फिर से बिहार की कमान अपने हाथ में ले ली और फरवरी 2015 में चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
- 2015 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और बड़ी जीत हासिल की.जिसके बाद 20 नवंबर 2015 को महागठबंधन के नेता के तौर पर पांचवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
- 2017 नीतीश कुमार ने लालू परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सीएम पद से इस्तीफा दे दिया और फिर बीजेपी के समर्थन से छठी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
- 2020 में सातवीं बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. साल 2020 में बीजेपी के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा, जिसमें उनकी पार्टी को सिर्फ 43 सीटें मिलीं.
- 10 अगस्त 2022 को 8वीं बार मुख्यमंत्री बने. इस्तीफा देने के अगले ही दिन नीतीश कुमार ने आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट के समर्थन से एक बार फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
बिहार के मुख्यमंत्री और उनका कार्यकाल
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