NEET Paper Leak: EOU का बड़ा खुलासा, परीक्षा के पहले चिंटू के मोबाइल पर आ गया था आंसर सीट
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NEET Paper Leak: EOU का बड़ा खुलासा, परीक्षा के पहले चिंटू के मोबाइल पर आ गया था आंसर सीट

NEET Paper Leak: नीट परीक्षा पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई ने बड़ा खुलासा किया है. ईओयू ने बताया कि परीक्षा के पहले गिरफ्तार आरोपी चिंटू के मोबाइल पर आंसर सीट आ गया था.

परीक्षा के पहले चिंटू के मोबाइल पर आ गया था आंसर सीट

पटना: पूरे देश मे 5 मई 2024 को आयोजित नीट परीक्षा के पेपर लीक मामले में शास्त्री नगर थाना में मामला दर्ज किया गया था. जिसमें परीक्षा लीक के संगठित गिरोह के सदस्य और अभ्यर्थियों सहित कुल 13 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए आर्थिक अपराध इकाई ने 17 मई को इस मामले को टेकओवर किया और एसआईटी गठित कर जांच शुरू की. सूचना के बाद झारखंड के देवघर में देवीपुर थाना क्षेत्र के एक फार्म हाउस से कुछ संदिग्धों के साथ छुपे एक आरोपी बालदेव कुमार उर्फ चिंटू को गिरफ्तार किया गया. चिंटु प्रश्न-पत्र लीक कांड का पेशेवर अपराधी संजीव कुमार उर्फ लुटन मुखिया गिरोह से जुड़ा हुआ है.

बताया जा रहा है कि 5 मई को हुए NEET UG-2024 के परीक्षा के सॉल्वड प्रश्न पत्र इसी गिरोह ने मोबाइल पर उपलब्ध कराया था. गिरफ्तार अभियुक्त बालदेव कुमार उर्फ चिंटू को 5 मई को सुबह में मोबाइल पर सॉल्वड प्रश्न पत्र की पीडीएफ फाईल मिला. जिसके बाद स्कूल में लगे वाई-फाई प्रिंटर से प्रतियां निकाल कर अभ्यर्थियों के ग्रुप बनाकर उन्हें रटवाया गया था. वहीं अभ्यर्थियों को लाने और ले जाने की भी व्यवस्था की गई थी. गिरोह ने अभ्यर्थियों को स्कूल तक ले जाने के लिए स्कूल से करीब 2 किलोमीटर दूर एक ड्रॉप प्वाइंट बनाया था.

NTA से अब तक 15 संदिग्ध अभ्यर्थियों के रोल कोड की जानकारी आर्थिक अपराध इकाई को दिया गया है. जिनमें से 4 अभ्यर्थियों से पूछताछ की जा चुकी है. बाकी के अभ्यर्थी अभी पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे हैं. इसके अलावा 20 जून को N.T.A से जब्त अधजले प्रश्न पत्र के सीरियल कोड से जानकारी प्राप्त हुआ की NEET UG-2024 के परीक्षा के लर्न बॉयज़ हॉस्टल और प्ले स्कूल, रामकृष्ण नगर से बरामद अधजले प्रश्न पत्र का सीरियल कोड जिला हजारीबाग, झारखंड के ओएसिस स्कूल कल्लू चौक, मंडई रोड के परीक्षा केन्द्र का है.

जांच के दौरान हजारीबाग के संबंधित परीक्षा केन्द्र से प्रश्न पत्र की पैकिंग के संदिग्ध पॉलीबैग, संबंधित अभ्यर्थी से बरामद मूल प्रश्न पत्र की पैकिंग और संबंधित पैकिंग ट्रंक में प्रारंभिक जांच में इन सभी के साथ छेड़छाड़ होना पाया गया. देवघर से पूछताछ के लिए लाए गए 3 व्यक्तियों से पता चला कि ये व्यक्ति पेपर लीक के इस संगठित गिरोह को नकली सिम, मोबाइल फोन और रहने के लिए स्थान उपलब्ध करवाते थे. वहीं पकड़े गए बालदेव उर्फ चिंटू के खुलासे और झारखंड राज्य से बरामद संदिग्ध लिफाफे और बॉक्स से मिली जानकारियों के आधार पर इस कांड में एक संगठित अंतरराज्यीय पेशेवर गिरोह की संलिप्तता प्रकाश में आई है. इसमें शामिल अन्य अभियुक्तों के गिरफ्तारी हेतु लगातार छापेमारी जारी है.

इनपुट- प्रकाश सिन्हा

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