Land For Jobs Scam: सीबीआई ने दावा करते हुए कहा, 'जमीनों का अधिग्रहण मौजूदा सर्किल रेट और बाजार दर से काफी कम में किया गया.'
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दिल्ली/पटना: Land For Jobs Scam: सीबीआई ने शुक्रवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्रियों लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और 13 अन्य के खिलाफ जमीन के बदले नौकरी घोटाले में आरोपपत्र दाखिल किया है.
जांच एजेंसी ने आरोपपत्र राउज एवेन्यू स्थित सीबीआई कोर्ट में पेश किया है. सीबीआई ने कहा, ' जांच के दौरान, यह पाया गया है कि आरोपी ने तत्कालीन जीएम सेंट्रल रेलवे और सीपीओ सेंट्रल रेलवे के साथ साजिश कर व्यक्तियों को उनके नाम पर या उनके करीबी रिश्तेदारों के नाम पर जमीन के बदले में नौकरी दी और जमीन का अधिग्रहण किया.'
CBI files a charge sheet against former Union railways minister & RJD chief Lalu Prasad Yadav, his wife Rabri Devi along with his daughter Misa Bharti & 13 others in “Land-for-job-scam” case: CBI sources
— ANI (@ANI) October 7, 2022
जांच एजेंसी ने दावा करते हुए कहा, 'जमीनों का अधिग्रहण मौजूदा सर्किल रेट और बाजार दर से काफी कम में किया गया.' यह भी आरोप लगाया गया कि उम्मीदवारों ने झूठे टीसी का इस्तेमाल किया है और रेल मंत्रालय को झूठे प्रमाणित दस्तावेज जमा किए हैं. जांच एजेंसी ने कहा कि आगे की जांच जारी है.
गौरतलब है कि यह कथित घोटाला तब हुआ जब लालू यादव 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे. आरोपपत्र में राजद नेता के अलावा तत्कालीन रेल महाप्रबंधक का नाम भी शामिल है.
इस मामले में पहले दर्ज की गई प्राथमिकी में कहा गया है कि 2004 से 2009 की अवधि के दौरान भारतीय रेलवे के अज्ञात लोक सेवकों द्वारा भूमि के बदले रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में ग्रुप डी पदों में विभिन्न व्यक्तियों को स्थानापन्न के रूप में नियुक्त किया गया था और बाद में उन्हें नियमित किए गए.
यह भी आरोप लगाया गया कि रेलवे के अज्ञात लोक सेवकों ने रेलवे में ग्रुप डी पदों पर विकल्प की नियुक्ति के लिए संबंधित अवधि के दौरान विभाग द्वारा जारी निर्देशों/दिशानिर्देशों का भी पालन नहीं किया.
एफआईआर में आगे लिखा गया है कि जांच से पता चला है कि कुछ व्यक्ति पटना के निवासी हैं, लेकिन 2004-2009 की अवधि के दौरान मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर, हाजीपुर स्थित रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में ग्रुप डी के पद पर विकल्प के रूप में नियुक्त किए गए थे. इसके बदले व्यक्तियों ने स्वयं या उनके परिवार के सदस्यों ने लालू प्रसाद यादव और एक कंपनी मेसर्स एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के परिवार के सदस्यों के नाम पर अपनी जमीन हस्तांतरित की.