IT Raid in Bihar: बिहार-झारखंड सहित देश के लगभग हर हिस्से में भ्रष्टाचार के खिलाफ एजेंसियों की तरफ से कार्रवाई की जा रही है. बिहार में लगातार एजेंसियों की तरफ से भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
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पटना : IT Raid in Bihar: बिहार-झारखंड सहित देश के लगभग हर हिस्से में भ्रष्टाचार के खिलाफ एजेंसियों की तरफ से कार्रवाई की जा रही है. बिहार में लगातार एजेंसियों की तरफ से भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. बिहार के विधान परिषद के सदस्य और जदयू नेता राधा चरण साह के ठिकानों पर भी IT की तरफ से रेड बुधवार को भी जारी रही. मंगलवार को भी राधा चरण साह के कई ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम की तरफ से छापेमारी की गई थी. यहां लगातार अभी भी आयकर विभाग की टीम के द्वारा छापेमारी की जा रही है.
बता दें कि बिहार विधान परिषद के सदस्य और जदयू नेता राधा चरण साह के आरा-पटना से लेकर दिल्ली तक के कई ठिकानों पर मंगलवार से ही लगातार आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी शुरू कर दी थी. इस छापेमारी में आयकर विभाग की टीम को भोजपुर में राधा चरण साह के ठिकानों से भारी मात्रा में नकदी और सोने-चांदी मिले. आपको बता दें कि यह रकम इतनी बड़ी थी कि इसकी गिनती के लिए आयकर विभाग की टीम को नोट गिनने की दो मशीनें मंगवानी पड़ी.
बता दें कि आरा में राधा चरण साह के आवास, फॉर्म हाउस, होटल, रिसोर्ट पर एक साथ कार्रवाई की गई, जिसमें इतनी बड़ी मात्रा में संपत्ति बरामद की गई. यहां छापेमारी के दौरान आयकर विभाग को इतनी मात्रा में नकदी मिली की इन्हें गिनने के लिए IT की टीम को दो नोट गिनने की मशीनें SBI से मंगानी पड़ी. यहां से प्राप्त सूचना की मानें तो आयकर टीम को राधा चरण साह के ठिकानों से सवा करोड़ नगदी, ढाई सौ करोड़ के लेनदेन के सबूत के साथ-साथ 40 करोड़ के फिक्स डिपाजिट के कागजात मिले हैं. आयकर विभाग इसे हाल के दिनों की सबसे बड़ी छापेमारी मान रहा है.
बता दें कि आयकर विभाग की टीम ने बुधवार को राधा चरण साह के बैंक खाते और लॉकर को भी खंगाला है. बता दें कि आरा चौक के पीएनबी शाखा में उनके खाते और लॉकर को चार घंटे तक खंगाला गया है. छापेमारी के दौरान एसएसबी समेत अन्य केंद्रीय बलों की टीम को सहयोग के लिए लगाया गया. आयकर विभाग की यह छापेमारी मंगलवार की सुबह से प्रारंभ शुरू होकर लगातार जारी है. बता दें कि राधा चरण साह बिहार जदयू के वरिष्ठ नेता होने के साथ ही पार्टी के प्रदेश महासचिव भी हैं. उनका नाम बालू सिंडिकेट से भी जोड़ा जाता रहा है. इसके साथ ही बालू कारोबारी डॉ.अशोक प्रसाद जो बिहटा के परेब के रहनेवाले हैं उनके यहां भी छापेमारी की गई है जिनके संबंध राधाचरण साह से बताए जाते हैं. इसके साथ ही राधाचरण के सीए के सहित कई अन्य के आवास पर भी पहुंचकर दस्तावेज खंगाले गए हैं.
बता दें कि IT की तरफ से की गई ये छापेमारी बिहार के अलावा अन्य 28 और जगहों पर एक साथ हुई है जिसमें मनाली, हरिद्वार, नोएडा, गाजियाबाद, झारखंड और दिल्ली के कई स्थान शामिल हैं. जलेबी बेचने के काम से लेकर जदयू से लगातार दो बार MLC बनने तक का सफर राधाचरण साह ने तय किया है. साह की 70 के दशक में आरा रेलवे स्टेशन के बाहर जलेबी की दुकान हुआ करती थी. यहां के बाद वह होटल व्यवसाय और बाली के कारोबार में उतरे. फिर वह जदयू की तरफ से दो बार विधान परिषद के सदस्य बने.