उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ममता बनर्जी सीएम नीतीश कुमार की मुहिम के साथ आती हैं या नहीं, ये बाद में तय होगा लेकिन मुख्यमंत्री पूरे देश में विपक्षी एकता को मजबूत करने में लगे हैं.
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पटना: जदयू संसदीय दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममत बनर्जी के सीबीआई को लेकर दिए गए बयान को आश्चर्यजनक बताया है. कुशवाहा ने कहा है कि ममता बनर्जी का ये बयान पहले से बिल्कुल अलग है. ममता बनर्जी ने पहले सीबीआई की एंट्री को लेकर प्रस्ताव पारित किया था लेकिन अब वो ऐसा बयान दे रही हैं जो समझ में नहीं आ रहा है. उन्होंने ये बात किन परिस्थितियों में कही ये समझ से परे है.
ममता आएंगी नीतीश के साथ?
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ममता बनर्जी सीएम नीतीश कुमार की मुहिम के साथ आती हैं या नहीं, ये बाद में तय होगा लेकिन मुख्यमंत्री पूरे देश में विपक्षी एकता को मजबूत करने में लगे हैं.
ममता बनर्जी ने मोदी के लिए क्या कहा?
दरअसल, ममता बनर्जी ने कुछ दिन पूर्व कहा था कि सीबीआई और ईडी के दुरुपयोग के पीछे पीएम नरेंद्र मोदी का हाथ नहीं है बल्कि ये कुछ बीजेपी नेताओं द्वारा किया जाता है. उन्होंने कहा कि सीबीआई और ईडी अब पीएमओ के अधीन नहीं है बल्कि गृह मंत्रालय के अधीन है और उसके मंत्री अमित शाह है.
ममता के बयान से क्यों परेशान हैं JDU?
ममता बनर्जी के बयान के बाद से राजनीतिक घमासान मच गया है. कांग्रेस, वामदल और जेडीयू ने बंगाल की सीएम के अचानक आए इस बयान पर हैरानी जताई है. ममता बनर्जी के बयान से अगर सबसे ज्यादा अगर किसी को झटका लगा है तो वो नीतीश कुमार हैं क्योंकि नीतीश इस समय सभी विपक्षी दलों को बीजेपी के खिलाफ 2024 लोकसभा चुनाव के लिए एकजुट करने में लगे हैं.
नीतीश के सपने को लगा झटका!
नीतीश कुमार ने कुछ दिन पूर्व विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात की थी. इसी क्रम में वो आने वाले दिनों में उड़ीसा और बंगाल की यात्रा पर जाने वाले हैं जहां उनकी सीएम नवीन पटनायक और ममता बनर्जी से मुलाकात हो सकती है. लेकिन नीतीश के दौरे से पहले सीएम ममता बनर्जी के बयान ने बिहार के मुख्यमंत्री को तगड़ा झटका दे दिया है.
मोदी-RSS पर 'मुलायम' हुई ममता
गौरतलब है कि इससे पहले ममता बनर्जी ने RSS की भी प्रशंसा की थी. ममता बनर्जी ने कहा था कि आरएसएस में अच्छे लोग ही हैं. दरअसल, ममता बनर्जी का पीएम मोदी और आरएसएस के प्रति मुलायम रूख लोगों को समझ नहीं आ रहा है जबकि बीजेपी का कहना है कि पीएम मोदी को किसी के प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं हैं.