Bihar: दीघा से ही दूर हो रहा है दुनियाभर में मशहूर दुधिया मालदह आम, अंधाधुंध कटाई से उजड़े बाग
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Bihar: दीघा से ही दूर हो रहा है दुनियाभर में मशहूर दुधिया मालदह आम, अंधाधुंध कटाई से उजड़े बाग

आम को फलों का राजा कहा जाता है. ये अपनी मिठास और स्वाद के लिए काफी मशहूर है. वैसे तो आम की कई क्वालिटी और प्रजाति होती है. 

दीघा से ही दूर हो रहा है दुनियाभर में मशहूर दुधिया मालदह आम

Patna: आम को फलों का राजा कहा जाता है. ये अपनी मिठास और स्वाद के लिए काफी मशहूर है. वैसे तो आम की कई क्वालिटी और प्रजाति होती है. लेकिन इसमें सबसे अलहदा है, दीघा का दुधिया मालदह आम. पटना के दीघा इलाके में पैदा होने वाले दुधिया मालदह अपनी मिठास के लिए दुनियाभर में मशहूर है. मगर तेजी से शहरीकरण और बगीचों की अंधाधुंध कटाई के कारण अब दीघा दुधिया मालदह की पहचान पर खतरा पैदा हो गया है. हालांकि इसे बचाने के प्रयास जारी है. 

पटना के गंगा किनारे का एक बड़ा हिस्सा दीघा इलाके के तौर पर जाना जाता है. इसी दीघा में एक खास किस्म का आम पैदा होता है, जिसे दीघा का दुधिया मालदह आम कहा जाता है. पटना के अलग-अलग हिस्सों में इसकी बिक्री और सप्लाई दोनों होती है. पाटलिपुत्र कॉलोनी में मौजूद अटल पार्क के सामने सुबह सुबह फलवाले इन दिनों सिर्फ आम ही बेचते हैं. उसमें भी दुधिया मालदह आम की बिक्री ज्यादा होते हैं. 

ये जानकर आप को आश्चर्य होगा कि सिर्फ दीघा दुधिया मालदह आम खरीदने के लिए कुछ लोग गया से पटना पहुंचे थे. जिस हिसाब से दीघा दुधिया मालदह आम की मांग है, उस हिसाब से अब इसकी पैदावार नहीं होती है. बिहार विद्यापीठ में बगीचे की देखभाल करने वाले शख्स ने कहा कि लगातार बगीचों की कटाई हो रही है. 

कहा जाता है कि इस्लामाबाद के एक हिस्से से दर्जनों आम के पौधे बिहार में लगाए गए और फिर इसकी जड़ें पूरे बिहार तक पहुंच गईं. एक तरफ जहां लगातार आम के पेड़ की कटाई हो रही है, वहीं बिहार विद्यापीठ में करीब सौ की संख्या में इंडियन ऑयल की मदद से पौधे लगाए गए हैं. ये आम के पेड़ काफी छोटे हैं, लेकिन कुछ सालों में इसमें फल लगने लगेंगे. 

दीघा का दुधिया मालदह आम का स्वाद और इसकी पहचान कायम रहे, इसके लिए पटना में दीघा मालदह संरक्षण अभियान नाम से एक समिति बनाई गई है. जिसका काम हर घरों में इस आम के पौधों को लगाना है. अब तक इस समिति ने 3 हजार से ज्यादा आम के पौधे लगाए हैं. समिति के सदस्य मोहन सिंह बताते हैं कि पिछले छह सालों से ये काम हो रहा है, इस बार भी 6 जुलाई के दिन पेड़ लगाए जाएंगे. 

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उन्होंने आगे कहा कि पटना के जिस दीघा इलाके के सैकड़ों एकड़ में आम के बगीचे होते थे, आज उसकी जगह सिमटती जा रही है. दीघा-आशियाना रोड पर बड़े पैमानों पर भवनों का निर्माण हुआ है. सड़कें बनाने के लिए बगीचों को उजाड़ दिया गया. जिसका असर आम की पैदावार पर पड़ा है. यही वजह है कि आज दीघा आम काफी महंगा हो गया है. खरीदने वाले खरीदकर खाते तो हैं, लेकिन अभी इसकी पटना में कीमत करीब 160 प्रति किलो है.

 

 

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