अवैध खनन के खिलाफ प्रशासन ने की कार्रवाई, पलायन हुआ शुरू
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1215943

अवैध खनन के खिलाफ प्रशासन ने की कार्रवाई, पलायन हुआ शुरू

पाकुड़ में अवैध खनन के खिलाफ प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है. वहीं, प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद मजदूरों का पलायन हो रहा है. इस पलायन को लेकर मजदूर यूनियन ने आंदोलन करने की बात कही है.

(फाइल फोटो)

Pakur: पाकुड़ में अवैध खनन के खिलाफ प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है. वहीं, प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद मजदूरों का पलायन हो रहा है. इस पलायन को लेकर मजदूर यूनियन ने आंदोलन करने की बात कही है. ट्रेड यूनियन सीटू, झारखण्ड प्रदेश कामगार यूनियन एवं बिहार माइंस इंक्वायरी वर्कर यूनियन आगामी 14 जून से चरणबद्ध आंदोलन चलाएगा. 

14 जून से शुरू होगा आंदोलन
14 जून को खनन कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन ट्रेड यूनियन संयुक्त रूप से किया जाएगा. मजदूर यूनियन के प्रतिनिधियों ने संयुक्त प्रेस वार्ता कर आंदोलन का एलान किया है. ट्रेड यूनियन के अर्धेन्दू शेखर गांगुली ने कहा कि अवैध माइनिंग के खिलाफ प्रशासन कार्रवाई करे लेकिन मजदूरों को रोजगार एवं मजदूरी भी मिले. इसकी गारंटी भी प्रशासन को देनी होगी. 

हजारों मजदूर कर रहे पलायन
वहीं, मजदूर नेता कामरेड माणिक दुबे ने कहा कि कार्रवाई होना ठीक है.  जिन पत्थर व्यवसायियों के वैध काम चल रहे उन्हें परेशान करने की उन लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए जो अवैध रूप से इस व्यवसाय को चला रहे हैं. वैध व्यवसायियों को परेशान करने की वजह से आज हजारों मजदूरों को पलायन करना पड़ रहा है. सीटू नेता माणिक दुबे ने कहा कि माइनिंग लीज हो या लीज नवीनीकरण मामले में प्रशासन शासन की लापरवाही की वजह से समय पर सीटीओ, ईसी के पेपर नहीं बन रहे हैं. ऐसे अधिकारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए. ट्रेड यूनियन के नेताओं ने सिंगल विंडो सिस्टम के तहत पत्थर कारोबारियों के लीज की प्रक्रिया की कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की है. ताकि वैध काम भी हो और मजदूरों के समक्ष रोजीरोटी की समस्या खड़ी नहीं हो.

ये भी पढ़िये: प्रधानमंत्री के 8 साल पूरे होने पर भाजपा ने निकाली बाइक रैली, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने किया सभा को संबोधित

Trending news