Monkeypox in Jharkhand: मंकी पॉक्स के मामले को लेकर रामगढ़ जिला प्रशासन सतर्क, सिविल सर्जन ने दिए जरूरी निर्देश
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Monkeypox in Jharkhand: मंकी पॉक्स के मामले को लेकर रामगढ़ जिला प्रशासन सतर्क, सिविल सर्जन ने दिए जरूरी निर्देश

मंकी पॉक्स को लेकर झारखंड के रामगढ़ जिला में प्रशासन अलर्ट हो गया है. जिसको लेकर सिविल सर्जन ने सदर अस्पताल में बैठक कर सभी स्वास्थ्य कर्मियों को मंकी पॉक्स को लेकर जानकारी दी और अलर्ट रहने को कहा. 

(फाइल फोटो)

Ramgarh: देश के सभी राज्यों में लगातार हर रोज मंकी पॉक्स के मामले सामने आ रहे हैं. इसी को लेकर झारखंड के रामगढ़ जिला में भी प्रशासन अलर्ट हो गया है. जिसको लेकर सिविल सर्जन ने सदर अस्पताल में बैठक कर सभी स्वास्थ्य कर्मियों को मंकी पॉक्स को लेकर जानकारी दी और अलर्ट रहने को कहा. 

स्वास्थ्य कर्मियों को दिए जरूरी निर्देश
पिछले दो सालों से पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है. लेकिन हाल ही में पूरे देश में मंकी पॉक्स के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. वहीं, रामगढ़ के सदर अस्पताल में भी मंकी पॉक्स को लेकर सिविल सर्जन प्रभात कुमार ने बैठक बुलाई और सभी स्वास्थ्य कर्मियों को अलर्ट रहने को कहा है

इमरजेंसी सेवाएं रखें तैयार
सिविल सर्जन ने सभी को इमरजेंसी सेवाएं तैयार रखने को कहा है. सिविल सर्जन ने कहा मंकी पॉक्स को लेकर रामगढ़ में भी सरकार के प्रोटोकॉल के बारे में बताया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार के प्रोटेकॉल के अनुसार मंकी पॉक्स के बारे में चर्चा की जा रही है. इसके अलावा इसके बचाव, क्वारंटाइन के बारे में भी सभी कर्मियों से जानकारी साझा की. मंकी पॉक्स के मरीजों को लगभग 30 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा.

सैंपल को भेजा जाएगा पुणे
उन्होंने सभी कर्मियों को बताया कि मंकी पॉक्स के मरीज मिलने पर सबसे पहले उसके सैंपल लिए जाएंगे और उन्हें जांच के लिए भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि सैंपल को जांच के लिए पुणे भेजा जाएगा. जांच में मंकी पॉक्स आने पर उसका सही तरीके से इलाज किया जाएगा. 

कराएं नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में इलाज
वहीं, सदर अस्पताल के प्रमुख डॉ ने मंकीपॉक्स के बारे में पूरी जानकारी देते हुए बताया कि मंकीपॉक्स चिकन पॉक्स की तरह ही होता है. उन्होंने बताया कि मंकी पॉक्स में तेज बुखार, चेहरा लाल, और शरीर पर बड़े-बड़े दाने होते हैं. जिसे गिल्टी कहा जाता है. यदि किसी में इस प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर इसका इलाज कराएं.

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