बेटों ने पिता की इच्छा व आदेश का पालन करते हुए उनके मृत्यु के बाद श्राद्ध भोज और कर्मकांड में कटौती करते हुए आंशिक खर्च किया.
Trending Photos
मधुबनी: इस दौर में जहां कई पुत्र अपने बुजुर्ग मां पिता की सेवा करने से भी कतराते हैं. वहीं, बिहार के मधुबनी जिले से एक ऐसी खबर प्रकाश में आई है, जिसकी चर्चा इलाके में खूब हो रही. मधुबनी जिले के कलुआही थाना क्षेत्र के नरार पछवारी टोला में बेटों ने अपने पिता की इच्छा पूरी करने के लिए नदी में पुलिया का निर्माण करा दिया, जिससे ग्रामीणों को भी बड़ी सुविधा मिली है. नरार पछवारी टोला निवासी महादेव झा का निधन 2021 में हुई है. निधन के पूर्व उन्होंने अपनी पत्नी व बच्चों को डोकरा नदी पर पुलिया बना देने की इच्छा जतायी थी.
निधन के बाद उनके पुत्रों ने गांव के डोकरा नदी पर पुलिया का निर्माण करा दिया. स्व. महादेव झा की पत्नी महेश्वरी देवी बताती हैं कि इसके लिये उनके पति ने पंचायत के मुखिया को कई बार कहा, पर किसी ने उनकी बातों को तरजीह नहीं दिया.
स्व. महादेव झा के पुत्र नरार पछवारी टोला वार्ड नंबर 2 निवासी और पूर्व उपसरपंच विजय प्रकाश झा उर्फ सुधीर झा बताते हैं कि उनके पिता 2019 में बरसात के बाद बगीचा और खेत देखने जा रहे थे. पुल नहीं होने के कारण वह डोकरा नदी के कीचड़ से भरे पानी में फिसल कर गिर पड़े, जिससे काफी चोटें आई थी.
वहां से घर आने के बाद महादेव झा ने बेटों को बुला कर संकल्पित कराया की मौत के बाद भोज, श्राद्ध नहीं करना बल्कि कहा कि उस भोज के पैसों से लोगों के लिए डोकरा नदी पर एक पुल तैयार करा देना, जिससे लोगों को आवागमन में हो रही कठिनाई से निजात मिल सके.
उनके बेटों ने पिता की इच्छा व आदेश का पालन करते हुए उनके मृत्यु के बाद श्राद्ध भोज और कर्मकांड में कटौती करते हुए आंशिक खर्च किया और बचे हुए रुपये से गांव वालों के लिए आरसीसी पुल बनवा दिया. इस पुलिया निर्माण में करीब पांच लाख रुपये का खर्च किया गया.
कोरोना के कारण पुलिया के निर्माण में विलंब हुआ है. 72 वर्ष की उम्र में 16 मई 2020 को महादेव झा का निधन हो गया था. जय प्रकाश झा ने 5 लाख रुपये खर्च करके पुलिया को पिता महादेव झा की याद में उनके नाम का बोर्ड लगा गांव वालों को समर्पित कर दिया है. महादेव झा की याद में पुलिया बना कर समाज को समर्पित कर इस परिवार ने मिसाल कायम की है.
(आईएएनएस)