शेयर बाजार में उम्मीद पर आधे से अधिक कारोबार होता है, एलआईसी के शेयर ने लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. दरअसल सरकारी कंपनियों पर लोगों को वैसा ही भरोसा होता है, जैसे लोग पहले सरकारी नौकरी पर करते थे. भरोसा, उम्मीद ये दोनों शब्द अब एलआईसी के निवेशकों को चुभने लगे हैं.
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Patna: शेयर बाजार में उम्मीद पर आधे से अधिक कारोबार होता है, एलआईसी के शेयर ने लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. दरअसल सरकारी कंपनियों पर लोगों को वैसा ही भरोसा होता है, जैसे लोग पहले सरकारी नौकरी पर करते थे. भरोसा, उम्मीद ये दोनों शब्द अब एलआईसी के निवेशकों को चुभने लगे हैं. शेयर बाजार लिस्ट हुए अभी महज 15 दिन ही हुए कि एलआईसी का शेयर दिन-ब-दिन नीचे गिरने का अपना नया रिकॉर्ड बनाता जा रहा है.
आईपीओ जब आया था तब बड़ी बड़ी कंपनियों ने मुनाफे को लेकर बड़े बड़े दावे कर रहे थे, लेकिन जब आईपीओ लिस्ट हुआ तो निवेशक खुद को ठगा महसूस करने लगे. 3 जून को जब शेयर बाजार में एलआईसी की लिस्टिंग हुई तो स्टॉक 8 फीसदी नीचे 872 रुपए पर लिस्ट हुआ. इसका इश्यू प्राइज 949 रुपए प्रति शेयर था. जिसमें आमलोगों के लिए 45 रुपए और पॉलिसी होल्डर्स को 60 रुपए की छूट मिली थी. देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी का शेयर प्राइज अब 800 रुपए के करीब आ गया है.
एलआईसी शेयर का क्या है भविष्य ?
देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी का शेयर प्राइज आने वाले दिनों में कैसा होगा ये सभी निवेशक जानना चाहते हैं. वैसे निवेशक जो आईपीओ में पैसा कमाने आए थे वो इसमें फंस गए हैं, और जो लंबी अवधि के लिए इंवेस्ट किए थे उनके लिए राहत भरी खबर है. कई ब्रोकरेज कंपनियों ने एलआईसी शेयर को होल्ड करने की सलाह दी है, इसका मतलब ये हुआ कि ये आनेवाले दिनों में इसका भाव उपर जाएगा, लेकिन कब ये कोई नहीं बता सकता.
डिविडेंड ने किया निराश
आईपीओ में नुकसान के बाद शेयर होल्डर्स को कंपनी के रिजल्ट को लेकर उत्सुकता थी, क्योंकि उन्हें लगता था कि नुकसान की भरपाई सरकार एलआईसी के डिविडेंड से कर सकती है जैसे सऊदी अरामको कंपनी ने किया था. उम्मीद यहां भी टूट गई जब घोषणा हुई तो प्रति शेयर डेढ़ रूपए डिविडेंड निवेशकों की झोली में आए, इसका मतलब ये हुआ कि जिनको एक लॉट आईपीओ में मिला था उन्हें सिर्फ 22.50 रुपए हाथ लगे.
कमाई में आई कमी
एलआईसी को मार्च 2022 के तिमाही में 2409 करोड़ का लाभ हुआ, जो पिछले साल मार्च तिमाही की तुलना में 17.41 फीसदी कम है. वहीं पूरे फाइनेंसियल इयर की बात करें तो कंपनी का लाभ 4043.12 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की तुलना में 40 प्रतिशत ज्यादा है. एलआईसी का रेवेन्यू 11.64% बढ़कर 2,11,471 करोड़ रुपये रहा.
अब क्या करें निवेशक ?
शेयर बाजार एक लहर की तरह होता है कभी ऊपर तो कभी नीचे और सही निवेशक वहीं होता है जिनमें लहरों को परखने की कला होती है. सरकार के फैसले, अंतरराष्ट्रीय बाजार की चाल, बड़ी घटनाएं, प्राकृतिक आपदा जैसी कई वजहों से बाजार की चाल बनती और बिगड़ती है. एलआईसी के शेयर धारकों को भी समय का इंतजार करना चाहिए. एलआईसी देश की सबसे बड़ी कंपनी है जिसका वैल्युएशन 5 लाख करोड़ से ज्यादा है और कंपनी फायदे में है, ऐसे में किसी तरह की डरने वाली बात नहीं है. बाजार में एक ही चीज की सबसे ज्यादा जरूरत होती है और वो है सब्र.
(ये लेखक के निजी विचार हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)