Trending Photos
पटना : तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के खिलाफ कथित रूप से हिंसा की खबरें फैलाने के आरोपी यूट्यूबर मनीष कश्यप की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. बिहार के अलावा तमिलनाडु में भी मनीष कश्यप के खिलाफ इस मामले में मुकदमे दर्ज किए गए हैं. बिहार में पुलिस के अलावा ईओयू और तमिलनाडु पुलिस मामले की अलग अलग जांच कर रही हैं. बुधवार को तमिलनाडु पुलिस ने मनीष कश्यप को ट्रांजिट रिमांड पर लिया था और चेन्नई लेकर रवाना हो गई थी. उसी मामले में गुरुवार को मनीष कश्यप को मदुरै की अदालत में पेश किया गया. तमिलनाडु में मनीष कश्यप के खिलाफ साइबर क्राइम पुलिस थाने में केस दर्ज किया गया है. बताया जा रहा है कि तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के खिलाफ हिंसा की खबरें फैलाने के आरोप में 13 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 6 में मनीष कश्यप को आरोपी बनाया गया है.
यूट्यूबर मनीष कश्यप के खिलाफ कृष्णागिरि, बरगस और त्रिपुर में केस दर्ज किए गए हैं. इन मुकदमों में मनीष कश्यप के अलावा उसके यूट्यूब चैनल सच तक का भी नाम शामिल है.
तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के खिलाफ कथित रूप से हिंसा की खबरों ने जब जोर पकड़ा था, जब राज्य मुख्यमंत्री का जन्मदिन जोर शोर से मना रहा था और चेन्नई में विपक्षी नेताओं का जमावड़ा हुआ था, जिसमें बिहार सरकार की ओर से डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी भाग लिया था. बीजेपी ने इस मामले को विधानसभा में बहुत तूल दिया और जोरदार हंगामा किया था. बीजेपी ने तेजस्वी की चेन्नई यात्रा के खिलाफ जोरदार तरीके से आवाज बुलंद की और बिहारी मजदूरों की अस्मिता का सौदा करने तक का आरोप लगा दिया था.
इसके बाद नीतीश सरकार दबाव में आ गई और मामले की जांच के लिए एक टीम तमिलनाडु भेजने को मजबूर होना पड़ा. वरिष्ठ अफसरों की टीम ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट में कहा कि बिहारी मजदूरों के खिलाफ किसी भी प्रकार की हिंसा की खबरें बेबुनियाद हैं. इसके बाद पूरे मामले की जांच शुरू की गई और यूट्यूबर मनीष कश्यप और उसके चैनल सच तक के खिलाफ केस दर्ज किया गया. मनीष कश्यप के खिलाफ वारंट जारी किया गया, जिसके बाद वह दिल्ली और गुरुग्राम भाग गया था. बाद में जब कुर्की-जब्ती का वारंट जारी हुआ, तब मनीष कश्यप ने जगदीशपुर थाने में जाकर सरेंडर कर दिया था.