जमुईः विद्यालय में जमीन पर बैठते हैं बच्चे, सवाल करने पर भागती हैं शिक्षिकाएं
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जमुईः विद्यालय में जमीन पर बैठते हैं बच्चे, सवाल करने पर भागती हैं शिक्षिकाएं

बिहार के जमुई मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर दूर स्थित नवीन प्राथमिक विद्यालय संगथु का हाल शिक्षा के क्षेत्र में करोड़ों रुपये खर्च करने के सरकारी दाबों पर सवाल खड़ा कर रहा है. 10 वर्ष पहले विद्यालय का भवन तो बन गया

जमुईः विद्यालय में जमीन पर बैठते हैं बच्चे, सवाल करने पर भागती हैं शिक्षिकाएं

जमुईः बिहार के जमुई मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर दूर स्थित नवीन प्राथमिक विद्यालय संगथु का हाल शिक्षा के क्षेत्र में करोड़ों रुपये खर्च करने के सरकारी दाबों पर सवाल खड़ा कर रहा है. 10 वर्ष पहले विद्यालय का भवन तो बन गया, लेकिन न तो उसमें खिड़की लगी न दरवाजे. नतीजतन विद्यालय के दीवार में लगी ईंट भी चोरी होती चली गई, बच गया तो बस विद्यालय के नाम पर खंडहर सा कमरा. विद्यालय के सामने गहरा तालाब है जो शिक्षा विभाग के मानकों को ठेंगा दिखा रहा है. 

विद्यालय में 60 बच्चे नामांकित
शिक्षा की बात करें तो विद्यालय में 60 बच्चे नामांकित हैं. लेकिन विद्यालय में महज 10 से 20 बच्चे ही आते हैं. विद्यालय में बच्चों को जमीन पर बिठाया जाता है. ग्रामीणों की शिकायत है कि विद्यालय के प्रभारी अशोक कुमार दास सिर्फ हाजिरी लगाने ही आते हैं. दो शिक्षिकाएं हैं जो समय पर स्कूल आती हैं और समय पूरा  कर के चली जाती हैं. द्वितीय क्लास के बच्चों को सही से पहाड़े और ककहरा तक नहीं आता है. 

दूसरी क्लास के बच्चों को नहीं आते पहाड़े 
हद तो तब हो गई जब विद्यालय की शिक्षिका सवाल करने पर भागना शुरू कर दी और एक भी सवाल का जवाब नहीं दीं. ऐसे में सवाल उठना भी लाजमी है कि मैडम जी को खुद आता नहीं तो वो बच्चों को क्या पढ़ाएंगी और हमारे सवालों का क्या जवाब देंगी. बच्चों का कहना है की विद्यालय में कभी उन्हें भोजन नहीं मिला, लेकिन शिक्षिका कहती हैं रोज भोजन मिलता है. किचन की स्थिति यह बयां कर रही थी कि विद्यालय में महीनों से मिड डे मिल नहीं बना है. किचन सूखा पड़ा है, बर्तन धूल फांक रहे हैं. सवाल करने पर रसोइया कहती हैं गैस नहीं है तो खाना कैसे बनाये. गैस के अभाव में यहां मिड डे मील तक बंद है. ऐसे में यह सवाल उठता है कि शहर सटे विद्यालय की ये स्थिति है तो सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में बने स्कूलों की क्या स्थिति होगी.

इनपुट-मनीष कुमार

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