Bhagalpur News: पहले अमेरिका को पहुंचा चुका है भारी नुकसान, अब बिहार के इस इलाके में खतरनाक बीमारी से 5000 से अधिक लोग परेशान
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Bhagalpur News: पहले अमेरिका को पहुंचा चुका है भारी नुकसान, अब बिहार के इस इलाके में खतरनाक बीमारी से 5000 से अधिक लोग परेशान

Bhagalpur News: पनामा विल्ट बीमारी के कारण अमेरिका में केले की खेती समाप्त हो चुकी है. पनामा विल्ट से पहले केले की जड़ें गल जाती है इस वजह से पौधों में पानी का संचारण नही हो पाता है. पत्तों में छिद्र हो जाता है और पत्ता जलने लगता है. 

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Bhagalpur News: केलांचल कहे जाने वाले बिहार के नवगछिया में अब केले की खेती पर बड़ी बीमारी का असर पड़ रहा है. इस बीमारी से निजात नहीं पाई गई तो कुछ वर्षों में केलांचल का अस्तित्व मिट जाएगा. किसान केले की खेती छोड़ परम्परागत खेती की ओर बढ़ रहे हैं. भागलपुर के नवगछिया में हजारों हेक्टेयर में केले की फसल होती है. यहां के 5 हजार से अधिक किसान केले की खेती पर ही निर्भर हैं. इसलिए नवगछिया को केलांचल भी कहा जाता है लेकिन अब केले की खेती कम होती जा रही है और किसान केले को छोड़कर परम्परागत खेती की ओर बढ़ रहे हैं. 

दरअसल, केले की फसल को पनामा विल्ट बीमारी ने जकड़ लिया है. नवगछिया अनुमंडल के रंगरा, खरीक, गोपालपुर, बिहपुर नारायणपुर में 70 प्रतिशत खेतों में पनामा विल्ट बीमारी पहुंच चुकी है. इसका असर केले की फसल पर पड़ रहा है. केले की फसल विकसित नहीं हो रही है. यहां का केला बंगाल, झारखंड, उत्तरप्रदेश समेत कई राज्यों में भेजा जाता है. वैज्ञानिकों के शोध और तरह तरह की दवाइयों का फसल पर कोई असर नहीं हो रहा. लाखों रुपये लगा चुके किसानों को इसकी लागत भी नहीं निकल पा रही है. 

पनामा विल्ट बीमारी के कारण अमेरिका में केले की खेती समाप्त हो चुकी है. पनामा विल्ट से पहले केले की जड़ें गल जाती है इस वजह से पौधों में पानी का संचारण नही हो पाता है. पत्तों में छिद्र हो जाता है और पत्ता जलने लगता है. नतीजतन केला परिपक्व होने से पहले ही खराब हो जाता है. इससे किसान अब परेशान है. नवगछिया अनुमंडल में दस हजार एकड़ में केले की खेती होती थी. अब सात हजार एकड़ में खेती सिमट चुकी है. किसान संजय कुमार व बिपिन बिहारी सिंह ने बताया कि केले की खेती में अब नुकसान है. 

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पनामा विल्ट जिसे गलुआ भी कहा जाता है, उससे एक साल में 70 प्रतिशत फसल खराब हो जाती है. इस बीमारी की वजह से किसान गेहूं, मक्का और सब्जी की खेती करने लगे हैं. विभाग की ओर से जो दवाई देने को कहा जाता है, उससे कोई असर नहीं होता है.

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केले की फसल को बचाने के लिए बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के कृषि विज्ञान केंद्र की वैज्ञानिक ममता कुमारी अलग अलग प्रखंडों के कृषि सलाहकार को केले में हो रही बीमारी के प्रति किसानों को जागरूक कर रही हैं. ममता कुमारी ने बताया कि पनामा विल्ट बीमारी से अमेरिका में केले की खेती खत्म हो गई है. यह बीमारी अब यहां फैल चुकी है. इसको लेकर किसान सलाहकारों को इसकी ट्रेनिंग दी जा रही है. 

रिपोर्ट: अश्वनी कुमार 

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