Baba Siddiqui Last Words: गोली लगते ही बाबा सिद्दीकी को मौत का आभास हो गया था. आइये आपको बताते हैं गोली लगने के बाद उन्होंने क्या कहा था..
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Baba Siddiqui Last Words: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या का मामला अब भी सुर्खियों में बना हुआ है. सरेआम हुई एनसीपी नेता की हत्या ने मुंबई में एक बार फिर अंडरवर्ल्ड का खौफ पैदा कर दिया है. तीन हथियारबंद बदमाशों ने बाबा सिद्दीकी पर भीड़-भाड़ वाले इलाके में गोलियां बरसाईं. उनके छाती में दो गोलियां लगीं जो उनके मौत का कारण बनी. गोली लगते ही बाबा सिद्दीकी को मौत का आभास हो गया था. आइये आपको बताते हैं गोली लगने के बाद उन्होंने क्या कहा था..
बाबा सिद्दीकी पर जब हमला हुआ तो..
बाबा सिद्दीकी पर जब हमला हुआ तो NCP के कई कार्यकर्ता वहां मौजूद थे. एनसीपी कार्यकर्ताओं ने हमले के बाद के घटनाक्रम के बारे में बताया है. एक पार्टी कार्यकर्ता ने बताया कि 12 अक्टूबर को नमाज के बाद, सिद्दीकी के बेटे जीशान ने अपने पिता को बताया कि वह चेतना कॉलेज खाने जा रहे हैं.
सिद्दीकी को छाती में दो गोलियां लगीं
सिद्दीकी ने जवाब दिया कि वह अपना काम पूरा करने के बाद दो से तीन मिनट में निकलेंगे. पिता-पुत्र ने रविवार को नाउपाड़ा में एक नए प्रोजेक्ट के उद्घाटन के लिए मीटिंग तय की थी. जब बाबा सिद्दीकी पार्टी कार्यकर्ताओं, एक पुलिस बॉडीगार्ड और एक ड्राइवर के साथ ऑफिस से बाहर निकले, तो हमलावरों ने उनके कार के पास पहुंचते ही फायरिंग शुरू कर दी. रिपोर्ट के अनुसार सिद्दीकी को छाती में दो गोलियां लगीं और एक गोली एक राहगीर के पैर में लगी.
मुझे गोलियां लगी हैं.. मैं बचूंगा नहीं, मैं मर जाऊंगा
गोली लगने के बाद बाबा सिद्दीकी को लीलावती अस्पताल ले जाया गया. उससे पहले उन्होंने कहा कि मुझे गोलियां लगी हैं.. मैं बचूंगा नहीं, मैं मर जाऊंगा. बाबा सिद्दीकी के यही आखिरी शब्द थे आर लीलावती अस्पताल ले जाते वक्त ही उनकी मौत हो गई.
हमलावरों ने संभवत: यूट्यूब वीडियो से पिस्तौल चलाना सीखा
बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल हमलावरों के बारे में कई चौंकाने वाले खुलासे हो चुके हैं. अब कहा जा रहा है कि हो सकता है हमलावरों ने यूट्यूब पर वीडियो देखकर बंदूक और पिस्तौल चलाना सीखा था. बता दें कि मामले में पुलिस अब तक चार आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है. दो कथित शूटर हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23) और उत्तर प्रदेश निवासी धर्मराज राजेश कश्यप (19) के अलावा हरीशकुमार बालकराम निषाद (23) और पुणे निवासी ‘सह-साजिशकर्ता’ प्रवीण लोनकर शामिल हैं. जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि आरोपी एक-दूसरे से बात करने के लिए ‘स्नैपचैट’ और ‘इंस्टाग्राम’ का इस्तेमाल करते थे.