भारत ने तैयार की ऐसी मिसाइल..सुनते ही कांप उठेगा दुश्मन, नाम और काम जान लीजिए
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भारत ने तैयार की ऐसी मिसाइल..सुनते ही कांप उठेगा दुश्मन, नाम और काम जान लीजिए

Indian Missile System: अस्त्र एमके-2 है जो हवा से हवा में मारती है और यह स्वदेशी मिसाइल है. इस मिसाइल के माध्यम से भारतीय वायुसेना के विमान दुश्मन के विमान को हवा में 160 किलोमीटर दूर ही मार गिराएंगे. 

भारत ने तैयार की ऐसी मिसाइल..सुनते ही कांप उठेगा दुश्मन, नाम और काम जान लीजिए

Astra MK-2 Missile: भारतीय वैज्ञानिकों और रक्षा विषेशज्ञों ने वैसे तो तमाम प्रकार के मिसाइल सिस्टम विकसित किए है जो सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं. लेकिन इसी बीच एक ऐसी मिसाइल तैयार हो गई है जिसका नाम सुनते ही दुश्मन कांप उठेगा. असल में इस मिसाइल का नाम है बेयॉन्ड विजुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल अस्त्र एमके-2 है जो हवा से हवा में मारती है और यह स्वदेशी मिसाइल है. इस मिसाइल के माध्यम से भारतीय वायुसेना के विमान दुश्मन के विमान को हवा में 160 किलोमीटर दूर ही मार गिराएंगे. 

इस मिसाइल की तैयारी लंबे चल रही थी और अब जानकारी के मुताबिक यह तैयार हो चुकी है. हालांकि अभी यह ट्रायल फेज में है. इस मिसाइल की विशेषता सुनकर ना सिर्फ आप हैरान रह जाएंगे बल्कि इसके बारे में जानकार दुश्मन भी कांप उठेंगे. जानकारी के मुताबिक अस्त्र एमके-2 मिसाइल का भार 154 किलोग्राम है. वहीं इसकी लंबाई 12.6 फीट है. इसका व्यास 7 इंच है. इसमें हाई-एक्सप्लोसिव या प्री-फ्रैगमेंटेड एचएमएक्स हथियार लगा सकते हैं.

इतना ही नहीं इस मिसाइल की एक और सबसे बड़ी खूबी यह है कि यह अपने साथ 15 किलोग्राम का हथियार ले जा सकती है. इस मिसाइल में ड्यूल थ्रस्ट पल्स्ड रॉकेट मोटर लगा है, जो इसे ज्यादा तेज स्पीड देता है. इसकी आक्रमण गति भी बहुत तेज मानी जाती है. यह मिसाइल 4.5 मैक यानी 5556.2 किलोमीटर की गति से हमला कर सकती है. मतलब एक सेकेंड में 1.54 किलोमीटर की इस मिसाइल की स्पीड है.

एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस मिसाइल को सुखोई और तेजस जैसे हल्के लड़ाकू विमानों से भी लॉन्च किया जा सकेगा. इससे इन विमानों की मारक क्षमता में और इजाफा हो जाएगा. अस्त्र मार्क-2 की एक विशेषता यह भी है कि ये पीछा करके टारगेट को मारती है. यानी एक बार दुश्मन का विमान टारगेट पर लॉक हुआ तो यह पीछे से दौड़ा-दौड़ा कर मारेगी. जबरदस्त बात यह भी है कि इसे टारगेट की ओर छोड़ने के बाद बीच हवा में इसकी दिशा को बदला जा सकता है. क्योंकि यह फाइबर ऑप्टिक गाइरो बेस्ट इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम पर चलती है.

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