'मैंने तो जो काम 60 में किया, आपने 38 साल में ही कर दिया था', नाम लिए बिना चाचा शरद पर बरसे अजित पवार
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'मैंने तो जो काम 60 में किया, आपने 38 साल में ही कर दिया था', नाम लिए बिना चाचा शरद पर बरसे अजित पवार

Ajit Pawar: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि हर किसी को यह सोचना चाहिए कि हर किसी का समय होता है. जैसे हम अपने घर में कहते हैं कि उम्र ज्यादा होने पर आप आराम करें. अपना आशीर्वाद और अनुभव हमें दें.

'मैंने तो जो काम 60 में किया, आपने 38 साल में ही कर दिया था', नाम लिए बिना चाचा शरद पर बरसे अजित पवार

Ajit Pawar lashed out at Sharad Pawar: शरद पवार और अजित पवार भले ही अब राजनीतिक विरोधी हों. लेकिन, एक समय अजित हर फैसले में अपने चाचा शरद पवार का साथ देते हैं और अब वो भी चाहते हैं कि उनको अपने चाचा का समर्थन मिले. इसी को लेकर अजित पवार ने नाम लिए बिना शरद पवार पर कटाक्ष किया है. उन्होंने बारामती में बोलते हुए कहा कि हर किसी को यह सोचना चाहिए कि हर किसी का समय होता है. जैसे हम अपने घर में कहते हैं कि उम्र ज्यादा होने पर आप आराम करें. अपना आशीर्वाद और अनुभव हमें दें.

'मैंने तो 60 में किया, आपने तो 38 साल में ही कर दिया था'

अजित पवार ने नाम लिए बिना कहा, 'आज हमने एक अलग भूमिका रखी है. मेरे विचार हमेशा स्पष्ट रहते हैं. मैंने तो 60 साल बाद कदम उठाया. कुछ लोगों (शरद पवार) ने तो 38 साल में भूमिका ली थी. तब हमने सहियोग दिया न. चौहान साहब का विरोध किया गया. वसंत दादा को साइड किया गया. यानी हमसे पहले किसी ने भूमिका बदली. उन्होंने 40 साल में फैसला लिया. मैंने 60 साल में लिया. आपको तो मुझे समझना चाहिए. हर किसी को यह सोचना चाहिए कि हर किसी का समय होता है. जैसे हम अपने घर में कहते हैं कि उम्र ज्यादा होने पर आप आराम करें. अपना आशीर्वाद और अनुभव हमें दें.'

अजित पवार ने आगे कहा, 'मैं आपको बता दूं कि मैं भी रुकने वाला नहीं आपको भी सोने नहीं दूंगा. अगर आपको सही में काम करना है तो सब साथ आइए. आज भी हमारे साथ कई नेता आ रहे हैं. अगर मैंने गलत फैसला लिया होता तो क्या इतने सारे लोगों का सहयोग मिलता? क्या मैंने किसी को धमकाया? नहीं न. आपको इन सब बात का विचार करना चाहिए. आज अमित शाह और पीएम मोदी देश के विकास में जुटे हैं.'

शरद पवार ने अजित पवार पर किया पलटवार

अजित पवार के बयान के बाद शरद पवार ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा, 'हमारे समय में कोई बगावत नहीं थी. हम बैठ कर फैसले लेते थे. कोई शिकायत नहीं थी. पिछले 10 से 15 साल में मैंने बारामती पर ध्यान ही नहीं दिया. मैंने वहां कभी कोई निर्णय नहीं लिया. मुझे लगता है कि नई पीढ़ी को आगे आकर जिम्मेदारी लेनी चाहिए.' उन्होंने इथेनॉल और प्याज के सवाल पर कहा, 'इथेनॉल का उत्पादन बढ़ाएं. यह क्षेत्र गन्ने की खेती वाला है. देश में वाहन बढ़ रहे हैं. हमने इथेनॉल को प्रोत्साहित किया, लेकिन मौजूदा केंद्र सरकार की नीति में कमी है. कुछ चीजें बाकी हैं. मैंने खुद जनता की बात पीएम मोदी और अमित शाह तक पहुंचाई है.

जिसे मेरे साथ रहना है रहे, जिसे जाना है जाए: अजित पवार

बारामती में अजित पवार ने कहा, 'जिसे मेरे साथ रहना है वह रहे, जिसे जाना है वह जाए. यह आपका अपना अधिकार है. आज जिस प्रकार आप मेरे साथ हैं उसे लेकर मैं कहना चाहूंगा कि जिसे मेरे साथ रहना है वह रहे, जिसे जाना है वह जाए. यह आपका अपना अधिकार है. मैंने सबको पहले ही कहा कि यहां-वहां नहीं चलेगा. मैं काम में कमी नहीं करूंगा. मैं जितना काम कर सकता हूं उतना कोई नहीं कर सकता. आज मेरे अमित शाह और मोदी से रिश्ते अच्छे हैं. इससे पहले मैं पीछे रहता था कि हमारे नेता ही काम करें. उन्हें कुछ काम कहता हूं तो वे मदद करते हैं. उन्हें मिलने जाता हूं तो बोलते हैं तकलीफ मत लो हम करते हैं. आगे भी मैं किसानों के मुद्दे को लेकर दिल्ली जाऊंगा ताकि किसानों को उचित दाम मिलें.'

मोदी और खरगे में से लोग किसे वोट देंगे: अजित पवार

अजित पवार ने इंडिया गठबंधन पर भी हमला बोला और कहा, 'INDIA ग्रुप ने मल्लिकार्जुन खरगे का नाम दिया है. आप देखो, खरगे को यहां खड़ा करो और पीएम मोदी को यहां खड़ा करो, आप भारतीय नागरिक किसे वोट देंगे.' उन्होंने आगे कहा, 'मैंने अब तक देश में कई बड़े नेता को करीब से देखा है. कई मुख्मंत्रियों से मिलता हूं. चाहे नीतीश हों या योगी, लेकिन आज इतना कह सकता हूं कि नरेंद्र मोदी जैसा मजबूत नेता नहीं है. यह सच है. INDIA ग्रुप ने मल्लिकार्जुन खरगे का नाम दिया है आप देखो. खरगे को यहां खड़ा करें और पीएम मोदी को यहां खड़ा करें, आप भारतीय नागरिक किसे वोट देंगे.' उन्होंने आगे कहा, 'अगला चुनाव तो पीएम के लिए होगा. आज हम देख रहे हैं कि दुनिया की राजनीति में भारत का कितना नाम हो रहा है. पीएम मोदी परिवार से दूर हर दिवाली बॉर्डर पर जवानों के साथ बिताते हैं. कितने उदाहरण आपको दूं. आज एकनाथ शिंदे, फडणवीस राज्य में कई प्रोजेक्ट लाने में जुटे हैं.'

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