हिप्स और जांघों की चर्बी के लिए बेस्ट हैं ये योगा एक्सरसाइज, बदल जाएगी आपकी बॉडी
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हिप्स और जांघों की चर्बी के लिए बेस्ट हैं ये योगा एक्सरसाइज, बदल जाएगी आपकी बॉडी

खाने की खराब आदतों, हार्मोन और एक्सरसाइज न करने से आपके हिप्स (कूल्हे) और जांघ में चर्बी इकट्टठा हो जाती है. अगर आप इसे कम करना चाहते हैं तो कुछ योगा एक्सरसाइज कर सकते हैं, जिस आपके हिप्स और जांघ की चर्बी को तेजी से कम होगी. इसके साथ आपको एक अच्छा डायट प्लान भी फॉलो करना पड़ेगा.

प्रतिकात्मक तस्वीर

अधिक वजन से निपटने के तो कई तरीके हैं, लेकिन यह सभी लोगों के लिए काम नहीं करते हैं. यदि आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो योग को आप अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं. खाने की खराब आदतों, एक्सरसाइज की कमी, उम्र और हार्मोन में बदवाल के कारण शरीर के निचले हिस्से में ज्यादा चर्बी इकट्टठा हो जाती है. हालांकि, सही योगा एक्सरसाइज करने से आप हिप्स (कूल्हे) और जांघ की चर्बी तेजी से कम कर सकते हैं. इसके साथ-साथ एक अच्छा डायट प्लान भी महत्वपूर्ण है. आइए जानते हैं कुछ योगा एक्सरसाइज जो आपके हिप्स और जांघ की चर्बी को घटा सकते हैं.

उत्कटासन (Utkatasana)
उत्कटासन को कुर्सी आसन (Chair Pose) भी कहा जाता है. यह आसन पैरों, विशेषकर हिप्स और जांघों की मांसपेशियों को संलग्न करता है. कुर्सी पर बैठना आसान है, लेकिन जब कोई काल्पनिक कुर्सी पर बैठता है, तो मांसपेशियों पर अधिक दबाव पड़ता है. इसे सही तरीके से करने के लिए पहले आफ ताड़ासन में सीधे खड़े हो जाएं. आप इसे करने के लिए किसी दीवार का सहारा भी ले सकते हैं. दीवार से कुछ इंच की दूरी पर खड़े हो जाएं और जब आप नीचे की तरफ झुकें तो दीवार का सहारा लें. इस बात का ख्याल रखें कि आपकी टेलबोन दीवार को छूती रहे.

वीरभद्रासन (virabhadrasana)
वीरभद्रासन को वॉरियर पोज या योद्धाओं का आसन भी कहा जाता है. इसकी सबसे अच्छी बात ये है कि ये योगा अधिक मांसपेशियों को टारगेट करता है, क्योंकि इसमें दोनों पैर एक ही समय में अलग-अलग काम करते हैं. इसे करने के लिए अपनी पीठ को सीधा रखें और आपकी ठोड़ी थोड़ा ऊपर उठा लें. अब अपनी एनर्जी के केंद्र को महसूस करते हुए संतुलन बनाएं और अपने दोनों हाथों को अपने साइड्स पर रखें. अब अपने शरीर के वजन को महसूस करने के लिए धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें. इस बात का ध्यान जरूर रखें कि आपका वजन आपके दोनों पैरों पर बराबर आ रहा हो.

नटराजसन (Natarajasana)
नटराजासन का नाम संस्कृत के शब्दों नट, राज और आसन से मिल कर बना है. नटराज नाम भगवान शिव को भी दिया गया है. इसको अगर योग प्रशिक्षक की देखरेख में किया जाए तो कई फायदे मिल सकते हैं. ध्यान रहे कि अगर आप कोई गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं तो इसे करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें. नटराज आसन करने के लिए योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और अपने हाथों को साइड में सीधा रखें. अब सांस लेते हुए राइट पैर को शरीर के पीछे की तरफ मोड़ें और राइट हाथ से पैर को टखने से पकड़ें. अब राइट पैर को जितना हो सके ऊपर की ओर उठाएं और अपने लेफ्ट हाथ को अपने सामने सीधा फैलाएं.

मलासन (Malasan)
मलासन मुख्य रूप से पैरों, हिप्स और जांघों पर केंद्रित होती है. यह ब्लड फ्लो को ठीक करता है और यह सुनिश्चित करता है कि आपके हिप्स और जांघ ठीक से फैल जाएं. इसे करने के लिए अपने दोनों घुटनों को मोड़ते हुए मल त्याग करने की अवस्था में बैठ जाएं. इसके बाद राइट हाथ की कांख को राइट और लेफ्ट हाथ की कांख को लेफ्ट घुटने पर टिकाते हुए दोनों हाथ को मिला दें. ऐसी ही स्थिति में कुछ देर तक रहने के बाद सामान्य स्थिति में आ जाएं.

Disclaimer:
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