Vitiligo: सफेद दाग से हैं परेशान, तो न खाएं ये चीजें, बढ़ सकते हैं व्हाइट पैचेज
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Vitiligo: सफेद दाग से हैं परेशान, तो न खाएं ये चीजें, बढ़ सकते हैं व्हाइट पैचेज

Vitiligo Diet Restrictions: सफेद दाग होने पर चेहरे की खूबसूरती पर बुरा असर पड़ता है, लेकिन इसके बाद भी अगर आप अपने फूड हैबिट्स पर ध्यान नहीं देंगे तो विटिलिगो की परेशानी में और इजाफा हो सकता है. 

Vitiligo: सफेद दाग से हैं परेशान, तो न खाएं ये चीजें, बढ़ सकते हैं व्हाइट पैचेज

Food To Avoid in White Patches: आपने अक्सर ऐसा देखा होगा कि कुछ लोगों के चेहरे या शरीर के दूसरे हिस्सों में सफेद दाग होते हैं इसे इंग्लिश में विटिलिगो कहा जाता है. बता दें कि विटिलिगो एक स्किन डिसऑर्डर है जिसके कारण त्वचा अपना रंग खो देती है. इसमें किसी इंसान की त्वचा पर चिकने सफेद एरियाज दिखाई देते हैं. अगर आपके बालों वाली जगह पर विटिलिगो हैं, तो आपके शरीर के बाल भी सफेद हो सकते हैं. ये स्थिति तब होती है जब मेलानोसाइट्स (Melanocytes) को शरीर का इम्यून सिस्टम नष्ट कर देता है. मेलानोसाइट्स वो स्किन सेल्स होता है जो मेलेनिन प्रोड्यूस करते हैं. मेलेमिव वो कैमिकल होता है जो आपके स्किन को उसका कलर और पिगमेंटेशन देता है.

विटिलिगो कैसे बढ़ता है?

विटिलिगो (Vitiligo) आमतौर पर कुछ छोटे सफेद धब्बों से शुरू होता है जो धीरे-धीरे कई महीनों के दौरान पूरे शरीर में फैल सकता है. विटिलिगो आमतौर पर हाथों, बांहों, पैरों और चेहरे पर शुरू होता है, लेकिन शरीर के किसी भी हिस्से पर विकसित हो सकता है, जिसमें Mucous Membranes (मुंह, नाक, जननांग और मलाशय क्षेत्रों की नम परत), आंखें और आंतरिक कान शामिल हैं.

कभी-कभी बड़े धब्बे फैलते और फैलते रहते हैं, लेकिन आमतौर पर वो कई सालों तक एक ही जगह पर रहते हैं. छोटे मैक्यूल्स का स्थान समय के साथ बदलता है और बदलता रहता है, क्योंकि त्वचा के कुछ क्षेत्र अपने पिगमेंट खो देते हैं और फिर से हासिल कर लेते हैं. विटिलिगो से प्रभावित त्वचा की मात्रा में अलग अलग होती है, कुछ रोगियों के शरीर में कम सफेद दाग होते हैं तो किसी में काफी ज्यादा.

सफेद दाग से पीड़ित लोग न खाएं ये चीजें
विटिलिगो (Vitiligo) से पीड़ित मरीजों के लिए वैसे तो  चिकित्सकीय मान्यता प्राप्त कोई खास डाइट नहीं है, लेकिन कई स्टडीज से पता चलता है कि कुछ लोगों को कुछ चीजें खाने पर नेगेटिव असर होता है, खास तौर से वो जिनमें हाइड्रोक्विनोन को कम करने वाले एजेंट होते हैं. हर किसी का शरीर अलग होता है और कुछ खाद्य पदार्थों के लिए अलग तरह से रिस्पॉन्ड कर सकते है.

-शराब
-ब्लू बैरीज
-साइट्रस 
-कॉफी
-दही
-मछली
-फलों का रस
-आंवला
-अंगूर
-अचार
-अनार
-नाशपाती
-रेड मीट
-टमाटर
-गेहूं के प्रोडक्ट्स
-खट्टी चीजें

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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