Hypertension: साइलेंट किलर है हाई ब्लड प्रेशर, पैरों पर इस तरह मिलते हैं चेतावनी संकेत
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Hypertension: साइलेंट किलर है हाई ब्लड प्रेशर, पैरों पर इस तरह मिलते हैं चेतावनी संकेत

High Blood Pressure: दुनिया में कई सारे लोगों ऐसे भी होते हैं, जिन्हें पता भी नहीं होता है तो उनका ब्लड प्रेशर हाई है. हाई ब्लड प्रेशर की कई कॉम्प्लिकेशन शरीर के निचले हिस्से में होती है.

Hypertension: साइलेंट किलर है हाई ब्लड प्रेशर, पैरों पर इस तरह मिलते हैं चेतावनी संकेत

Sign of High Blood Pressure: हाई ब्लड प्रेशर को हाइपरटेंशन के रूप में भी जाना जाता है. इसके कोई लक्षण नहीं होते. यही कारण है कि हाई ब्लड प्रेशर को 'साइलेंट किलर' कहा जाता है. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) के अनुसार, कई सारे लोगों को पता भी नहीं होता है तो उनका ब्लड प्रेशर हाई है. इसके संकेतों को अक्सर किसी और चीज के साथ गलत समझा जाता है, जिसके कारण इसका पता देरी से चल पाता है. हाई ब्लड प्रेशर से दिल का दौरा और स्ट्रोक सहित दिल की समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है.

जब ब्लड वेसेल्स में बहने वाले खून का बल बहुत अधिक होता है तो उस स्थिति को हाई ब्लड प्रेशर कहते हैं. यदि आपका ब्लड प्रेशर 130/80 तक पहुंच जाता है या इससे अधिक हो जाता है, तो इसे हाई ब्लड प्रेशर माना जाता है. ब्लड प्रेशर ज्यादा हो जाने पर शरीर में कुछ संकेत मिलते है. आप इसका अनुभव तभी कर सकते हैं जब शरीर के किसी भाग में ब्लड वेसेल्स डैमेज हो गई हों. हाई ब्लड प्रेशर की कई कॉम्प्लिकेशन शरीर के निचले हिस्से (पैर) में होती है.

हाई ब्लड प्रेशर के कारण निचले हिस्से की धमनियों और ब्लड वेसेल्स को नुकसान पहुंचा सकता है. इससे जुड़ी स्थिति पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (PAD) कहा जाता है. यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें सिकुड़ी हुई धामियां हाथ या पैर में खून के फ्लो को कम कर देती हैं. इसके कारण पैर या हाथ में खून का फ्लो ठीक ढंग से नहीं हो पाता, जिससे चलने में तकलीफ और दर्द का अहसास होता है. 

हाई ब्लड प्रेशर के अन्य संकेत
ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन ने कुछ ऐसे संकेतों को लिस्ट तैयार की है जो हाई ब्लड प्रेशर के कारण हो सकते हैं

  • धुंधली दृष्टि
  • नाक से खून बहना
  • सांस लेने की तकलीफ
  • सीने में दर्द
  • चक्कर आना
  • सिरदर्द

हाई ब्लड प्रेशर को कैसे नियंत्रित करें?
हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के कई तरीके हैं. इनमें स्वस्थ वजन बनाए रखना, नियमित रूप से व्यायाम करना, हेल्दी फूड खाना, अपनी डाइट में नमक कम करना और अनहेल्दी आदतों (शराब और धूम्रपान) से परहेज करना शामिल है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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