Fools Should Not Be Promoted Rajiv Gandhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कुरुक्षेत्र चुनावी रैली में दिए गए अपने भाषण में राजीव गांधी की एक लाइन-'बुद्धुओं को बढ़ावा नहीं देंगे' का जिक्र किया था. आइए जानते हैं कि आखिर यह लाइन किसके लिए, कब कही गई थी, उसके पीछे क्या था मकसद.
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Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कुरुक्षेत्र में चुनावी को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आरक्षण विरोधी है. उन्होंने कहा कि भारत में सबसे बड़ा ओबीसी, दलित विरोधी यदि कोई है तो वह कांग्रेस का परिवार है. उन्होंने कहा कि सरकार में आये तो दलितों और पीड़ितों का आरक्षण खत्म कर देंगे. यही इस परिवार की सच्चाई है. कांग्रेस का परिवार हमेशा से ही बाबा साहब अंबेडकर से नफरत करता रहा है. इस परिवार ने हमेशा दलितों, ओबीसी और आदिवासियों को अपमानित किया है.
जब तक मोदी है आरक्षण में रत्ती भर लूट करने नहीं दूंगा: मोदी
उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने भी नेता प्रतिपक्ष के रूप में आरक्षण का पुरजोर विरोध किया था. राजीव गांधी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि आरक्षण पाने वालों को बुद्धू तक कह दिया था. एस, एसटी और ओबीसी समाज का इससे बड़ा अपमान क्या हो सकता है. कांग्रेस का शाही परिवार आरक्षण खत्म करने पर अड़ रहा है. मेरी बात कांग्रेस कान खोलकर सुन ले.. जब तक मोदी है.. तब-तक बाबा साहब के दिए आरक्षण में रत्ती भर लूट करने नहीं दूंगा. एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण रहेगा. अब जानते हैं आखिर कब राजीव गांधी ने आरक्षण पाने वालों को बुद्धू तक कह दिया था.
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आरक्षण पाने वाला 'बुद्धू'
1985 में जब राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री रहते आरक्षण के खिलाफ बयान दिया था. असल में उन्होंने 1985 में ‘नवभारत टाइम्स’ (NBT) के साथ इंटरव्यू में कुछ ऐसा कहा था, इसी इंटरव्यू की बात पीएम मोदी ने अपनी रैली में कही है.
किसने लिया था इंटरव्यू?
राजीव गांधी का ये इंटरव्यू पत्रकार आलोक मेहता ने लिया था.
Rahul is either confused or wants to become a communist, says Alok Mehta, senior journalist, who interviewed Rajiv Gandhi in 1985. He further adds, “He listens to Jairam Ramesh who can’t fight and win an election. The people of this country want a modern India.”
Yesterday, in… pic.twitter.com/yA3yIo1HDh— Amit Malviya (@amitmalviya) July 31, 2024
इंटरव्यू में क्या कही थी बात?
1985 में दिए इंटरव्यू का जिक्र राजीव गांधी ने कहा था कि संविधान बनाए जाने के दौरान आरक्षण की जो व्यवस्था की गई थी, उसका अब काफी राजनीतिकरण हो गया है. उन्होंने कहा था कि आरक्षण के प्रावधानों पर नए सिरे से विचार का समय आ गया है. इस दौरान उन्होंने कहा था – विभिन्न क्षेत्र में बुद्धुओं के आगे बढ़ने से देश को नुकसान होगा.
सरकारी नौकरी की क्वालिटी खराब हो जाएगी: नेहरू
पीएम मोदी ने अपने भाषण में नेहरू और इंदिरा का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि नेहरू जी जब पीएम थे. आरक्षण का विरोध किया था. राज्यों के सीएम को पत्र लिखा था. नेहरू जी ने ये भी कहा था कि आरक्षण वाले नौकरी पा जाएंगे, तो सरकारी नौकरी की क्वालिटी खराब हो जाएगी. नेहरू के बाद इंदिरा गांधी ने भी ओबीसी आरक्षण पर रोक लगा रखी थी.
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कांग्रेस के लिए गले की फांस?
राहुल गांधी लगातार ‘जाति जनगणना’ की बातें कर रहे हैं, वो जाति के हिसाब से हिस्सेदारी की बातें करते हैं. कभी वो बजट बनाने वाले अधिकारियों की जाति पूछते हैं, तो कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को OBC समाज का मानने से इनकार कर देते हैं. ऐसे में आरक्षण को लेकर राजीव गांधी, नेहरू, इंदिरा के जो विचार थे, वो कांग्रेस के लिए गले की फांस बन सकते हैं. इसी आधार पर बीजेपी कांग्रेस को हमेशा घेरती रहती है.
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