Subhas Chandra Bose: कौन था मोस्ट वांडेट, नेताजी के पड़पोते ने रणदीप हुड्डा से कहा- झूठ मत दिखाओ
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Subhas Chandra Bose: कौन था मोस्ट वांडेट, नेताजी के पड़पोते ने रणदीप हुड्डा से कहा- झूठ मत दिखाओ

Veer Savarkar Controversy: रणदीप हुड्डा ने अपनी फिल्म स्वातंत्र्य वीर सावरकर के टीजर में दावा किया कि वह अंग्रेजों के लिए मोस्ट वांडेट थे. साथ ही बताया कि सावरकर नेजाजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह और खुदीराम बोस के आदर्श थे. अब नेताजी के पड़पोते ने कहा है हुड्डा नेताजी को लेकर झूठ न फैलाएं. सच दिखाएं.

 

Subhas Chandra Bose: कौन था मोस्ट वांडेट, नेताजी के पड़पोते ने रणदीप हुड्डा से कहा- झूठ मत दिखाओ

Veer Savarkar Film: रणदीप हुड्डा ने निर्देशक के रूप में अपनी डेब्यू फिल्म स्वातंत्र्य वीर सावरकर में क्या इतिहास को तोड़ा-मरोड़ा हैॽ स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर की 140वीं जयंती पर जारी इस फिल्म के टीजर पर अब स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस के पड़पोते से अपनी आपत्ति और नाराजगी जताई है. टीजर में रणदीप ने वीर सावरकर को अंग्रेजों द्वारा मोस्ट वांटेड इंडियन बताया है. टीजर शेयर करते हुए हुड्डा ने ट्विटर पर लिखा कि अंग्रेजों के लिए मोस्ट वांडेट इंडियन. हुड्डा ने इस ट्वीट में वीर सावरकर को नेताजी सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह और खुदीराम बोस जैसे क्रांतिकारियों की प्रेरणा बताते हुए लिखा कि फिल्म 2023 में आने को तैयार है.

गोली मारने के आदेश
अब नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पड़पोते चंद्र कुमार बोस ने रणदीप हुड्डा के दावों को खारिज करते हुए, उनसे कहा कि इतिहास को तोड़-मरोड़कर न दिखाएं. रणदीप के ट्वीट के जवाब में चंद्र कुमार बोस ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि क्षमा करें, मोस्ट वांटेड नेता और स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे. वह एकमात्र फ्रंटलाइट लीडर थे, जिन्हें देखते ही गोली मारने के आदेश थे और नेताजी ने 18 अगस्त 1945 को हमारे देश की आजादी के लिए अपना बलिदान दिया था. बोस ने रणदीप के लिए आगे लिखा कि अगर आप सावरकर का सम्मान करते हैं, कृपया इतिहास को विकृत न करें.

स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा
चंद्र कुमार बोस ने नेताजी का 1940 में झारग्राम (पश्चिम बंगाल) में दिए भाषण का अंश भी ट्विटर पर पोस्ट किया, जिसमें नेताजी ने लोगों से हिंदू महासभा की बात न सुनने की लोगों से अपील की है. साथ ही चंद्र कुमार बोस ने मीडिया से बातचीत में कहा कि नेताजी केवल स्वामी विवेकानंद को अपनी प्रेरणा मानते थे. स्वामीजी उनके आध्यात्मिक गुरु थे. जबकि स्वतंत्रता सेनानी देशबंधु चितरंजन दास उनके राजनीतिक गुरु थे. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इन दो लोगों के अलावा नेताजी किसी अन्य से प्रेरित थे. चंद्र कुमार बोस ने कहा कि सावरकर महान थे, स्वतंत्रता सेनानी थे, लेकिन उनकी और नेताजी की विचारधारा बिल्कुल विपरीत थी. इसलिए नेताजी सावरकर के सिद्धांतों और विचारधारा का पालन क्यों करेंगेॽ उन्होंने वास्तव में सावरकर का विरोध किया था. अगर सावरकर को हुड्डा फिल्म सेकुलर दिखाते हैं, उनकी हिंदुत्व की विचारधारा से अलग दिखाते हैं, तो ऐसा करके उनका अपमान करेंगे.

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