Manoj Bajpayee की 'द फैबल' ने रचा इतिहास, दूसरी भारतीय फिल्म; जिसका बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में होगा प्रीमियर
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Manoj Bajpayee की 'द फैबल' ने रचा इतिहास, दूसरी भारतीय फिल्म; जिसका बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में होगा प्रीमियर

Manoj Bajpayee: मनोज बाजपेयी के किरदार वाली 'द फैबल' ने इतिहास रच दिया है. फिल्म को इस साल बर्लिन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में मुख्य श्रेणियों में रखा गया है. खास बात ये है कि राम रेड्डी के निर्देशन में बनी इस फिल्म का प्रीमियर बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में किया जाएगा, जो दूसरी भारतीय फिल्म होगी. 

 

मनोज बाजपेयी की 'द फैबल' ने रचा इतिहास, बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में होगा प्रीमियर

Manoj Bajpayee Film The Fable: इन दिनों अपनी सीरीज 'किलर सूप' (Killer Soup) की सफलता को एंजॉय कर रहे मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) की फिल्म 'द फैबल' (The Fable) ने रच दिया है. दरअसल, राम रेड्डी के निर्देशन में बनी इस फिल्म का प्रीमियर बर्लिन फिल्म फेस्टिवल (Berlin Film Festival) में किया जाएगा. खास बात यह है कि ये पहली भारतीय फिल्म होगी, जिसका प्रीमियर बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में होने जा रहा है. 

'द फैबल' का वर्ल्ड प्रीमियर एनकाउंटर्स कॉम्पिटिशन के 74वें वर्जन में होगा. ये पिछले 30 सालों में बर्लिनले के प्रमुख प्रतिस्पर्धी वर्गों में से एक में प्रीमियर होने वाली केवल दूसरी भारतीय फिल्म है. सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, फेस्टिवल 15 फरवरी को शुरू होगा, जो 25 फरवरी तक चलेगा. वहीं, इस बारे में बात करते हुए मनोज ने कहा, ''द फैबल’ के कलाकारों में शामिल होना एक अनूठा अनुभव रहा है. 

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मनोज बाजपेयी की 'द फैबल' ने रचा इतिहास

राम रेड्डी जैसे क्रिएटिव दिमाग वाले इंसान के साथ काम करना और पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय प्रोडक्शन हाउस द्वारा समर्थित ए-फेस्टिवल में भाग लेना एक बड़ा प्रेरणादायक अनुभव है'. दिग्गज कलाकार मनोज ने बात करते हुए आगे कहा, 'बर्लिन में हमारी फिल्म की उपस्थिति भारतीय कहानी कहने की ग्लोबल पहुंच और आर्टिस्टिक क्षमता का प्रतीक है. कई अवॉर्ड विनिंग फिल्म 'तिथि' (Tithi) के बाद 'द फैबल' राम रेड्डी की दूसरी पहल है, जो अमेरिकी-भारतीय को-प्रोडक्शन है. 

 
 
 
 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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फिल्म के डायरेक्टर का कहना है ऐसा

उन्होंने इस बारे में बात करते हुए कहा, ''द फैबल' सिर्फ एक फिल्म नहीं है बल्कि मेरी आत्मा का टुकड़ा है. मैं कई चीजों के लिए खुद को लकी मानता हूं कि फिल्म का बर्लिन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में जाना और मनोज जी की प्रतिभा के साथ सहयोग करना सबसे बड़ी बात है. साथ ही बड़ी बात ये भी है कि इस कहानी को बिल्कुल वैसे ही बताने का अवसर मिला जैसा मैंने कल्पना की थी'. 

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