UP Kanwar Yatra: कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी सरकार के नए फरमान पर अलग अलग रिएक्शन सामने आ रहे हैं. इस मामले में बॉलीवुड के भी दो मत देखने को मिले. इस राह में कंगना रनौत और सोनू सूद ने रिएक्ट किया है. चलिए बताते हैं आखिर दोनों के बीच क्यों बहस छिड़ी है.
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सोशल मीडिया पर कांवड़ रूट पर दुकानदारों की पहचान उजागर करने का मुद्दा गरमाया हुआ है. सरकार ने फरमान जारी किया है कि इस रूट पर मौजूद सभी दुकानदारों को बोर्ड लगाना होगा जिसपर साफ साफ उनका नाम लिखा हो. ताकि उनके हिंदू या मुस्लिम होने की पहचान खरीदार को पता हो. अब यूपी सरकार का ये फैसला विवादों में आ गया है. कुछ इसके सपोर्ट में तो कुछ विरोध में भी दिखे हैं. बॉलीवुड में भी इसे मुद्दे पर दो भागों में बंटा दिखा.
इसके उदाहरण के तौर पर दो नाम हैं सोनू सूद और कंगना रनौत.दोनों के ही मत इस मुद्दे पर अलग अलग थे. ऐसे में ट्विटर पर दोनों की कांवड़ यात्री नेमप्लेट के मुद्दे पर सोनू सूद ने एक ट्वीट किया. इसे शेयर करते हुए कंगना ने जवाब दिया.
बॉलीवुड भी दो भागों में भंटा
दरअसल हुआ ये कि सोनू सूद ने यूपी सरकार के फरमान पर बिना कोई नाम लिए एक ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, 'हर दुकान पर सिर्फ एक नेमप्लेट होनी चाहिए: ह्यूमैनिटी.' इस ट्वीट के बाद सोनू सूद से कई यूजर्स ने सहमति जताई. मगर कंगना रनौत ने असहमति जताते हुए अपनी बात रखी.
Next you know Sonu ji will direct his own Ramayana based on his own personal findings about God and religion. Wah kya baat hai Bollywood se ek aur Ramayana https://t.co/s1bWOer4Rp
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) July 20, 2024
कंगना और सोनू सूद
कंगना रनौत ने लिखा, 'सहमत हूं. हलाल को भी फिर इंसानियत से बदलो न.' इसके बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जहां एक शख्स रोटी पर थूकता नजर आया. इस ट्वीट पर सोनू सूद ने लिखा, 'हमारे श्रीराम जी ने शबरी के झूठे बेर खाए थे तो मैं क्यों नहीं खा सकता. हिंसा को अहिंसा से पराजित किया जा सकता है मेरे भाई. बस मानवता बरकरार रहनी चाहिए. जय श्रीराम.'
सोनू सूद के बयान पर कंगना रनौत
इसी ट्वीट के बाद सोनू सूद को ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा. इसी बात को कंगना रनौत ने शेयर किया और उनकी आलोचना की. मंडी से सांसद कंगना ने कहा कि सोनू सूद अपनी पर्सनल रामायण लेकर आए हैं. वाह क्या बात है बॉलीवुड से एक और रामायण.
मैंने खाने में थूकने वालों को कभी सही नहीं बताया। वो उनका चरित्र है जो कभी नहीं बदलेगा। इसके लिए उन्हें कढ़ीं सज़ा भी दें।
लेकिन इंसानियत को इंसानियत ही रहने दें दोस्त। जितना समय हम एक दूसरे को समझाने में लगे हैं उतना समय ज़रूरतमंद लोगों पे लगा दें ! वैसे आप सब के लिए बता दूँ ,,…— sonu sood (@SonuSood) July 20, 2024
यूपी सरकार के फैसले पर सोनू सूद का नया बयान
हालांकि कुछ देर बाद सोनू सूद ने अपने शबरी वाले ट्वीट पर सफाई दी. उन्होंने लिखा, 'मैंने खाने में थूकने वालों को कभी सही नहीं बताया. वो उनका चरित्र है जो कभी नहीं बदलेगा. इसके लिए उन्हें कड़ी सज़ा भी दें. लेकिन इंसानियत को इंसानियत ही रहने दें दोस्त. जितना समय हम एक दूसरे को समझाने में लगे हैं उतना समय ज़रूरतमंद लोगों पे लगा दें. वैसे आप सब के लिए बता दूं , यू पी सरकार के काम का मैं सबसे बड़ा प्रशंसक हूं. यू पी , बिहार का हर घर मेरा परिवार हैय याद रहे राज्य, शहर , धर्म कोई भी हो कोई जरूरत रहे तो बता देना. नंबर वहीं है. '