Admission Fraud: कहीं आपको तो नहीं मिला MBBS में एडमिशन दिलाने का झांसा? कर रहे हैं नीट की तैयारी तो जालसाजों से रहें सावधान
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Admission Fraud: कहीं आपको तो नहीं मिला MBBS में एडमिशन दिलाने का झांसा? कर रहे हैं नीट की तैयारी तो जालसाजों से रहें सावधान

Admission Fraud: नोएडा पुलिस ने स्टूडेंट्स से एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के नाम पर ठगने वाली गैंग को दबोच लिया. पुलिस ने सैकड़ों स्टूडेंट्स से करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड समेत 3 ठगों को गिरफ्तार किया है. 

Admission Fraud: कहीं आपको तो नहीं मिला MBBS में एडमिशन दिलाने का झांसा? कर रहे हैं नीट की तैयारी तो जालसाजों से रहें सावधान

Admission Fraud: सभी ने संजय दत्त की मशहूर फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस तो देखी ही होगी. इसमें दिखाया जाता है कि कैसे मेडिकल कॉलेज में फर्जी तरीके से एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स सब कुछ ताक पर रख देते हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि आज हम आपसे फिल्म के बारे में क्यों बात कर रहे हैं, तो बता दें कि ऐसा ही एक फिल्मी मामला हकीकत में सामने आया है. हालांकि, इस मामले में जालसाजों ने स्टूडेंट्स को अपने जाल में फंसाकर उनसे ठगी की है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला...

पुलिस ने गिरोह को 
दरअसल, उत्तर प्रदेश के नोएडा में एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के नाम पर जालसाजी का मामला सामने आया है. अगर आप भी स्टूडेंट हैं और किसी भी कॉम्पीटिटिव एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो आपको बेहद सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि इस तरह के बहुत से गिरोह हैं जो सक्रिय है, जिनसे कभी न कभी आपका भी सामना हो सकता है. ऐसे में आपको बेहद अलर्ट रहने की जरूरत है. 

कॉल सेंटर में हो रहा था ठगी का काम
जानकारी के मुताबिक यह गिरोह नोएडा के सेक्टर 63 में एक कॉल सेंटर चलाता था, जहां से ठगी की घटना को अंजाम दिया करते थे. पुलिस ने 31 दिसंबर 2022 को इस गिरोह के सदस्यों तसकीर, लवली कौर और वैशाली पॉल को गिरफ्तार किया था, लेकिन इसका मास्टरमाइंड नीरज कुमार सिंह अपने साथी अभिषेक आनंद उर्फ सुनील और मोहम्मद जुबेर के साथ फरार होने में कामयाब रहा, जिन्हें अब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गैंग के मास्टरमाइंड के खिलाफ दिल्ली, नोएडा समेत अन्य जगहों पर ठगी के करीब आधा दर्जन मामले दर्ज हैं. इतना ही नहीं वह अपने गिरोह के दो लोगों की हत्या कर चुका है.

जानकारी के मुताबिक पुलिस ने इससे पहले भी नीरज को नोएडा से गिरफ्तार किया था. लुक्सर जेल से 17 जून 2022 को बाहर आने के बाद उसने नोएडा में ही अपनी अड्डा बना लिया और यहां अजय अरुण के नाम से वारदात को अंजाम दे रहा था. उसके पुराने साथी भी इस जालसाजी में उसके साथ काम कर रहे थें. 

पुलिस ने आरोपियों से जब्त किया सामान
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने आरोपियों के पास से लाखों रुपये कैश के साथ ही अन्य सामान भी जब्त किया है, जिसमें 19 लाख रुपये, 6 सोने की चेन, 6 अंगूठी, 3 चांदी की अंगूठी, चांदी का ब्रेसलेट, 6 मोबाइल, 14 की-पैड मोबाइल, पैन कार्ड, 4 डेबिट कार्ड और एक आधार कार्ड आदि बरामद किए हैं. 

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