मार्केट में तेजी से बढ़ रही Web Development और Python कोर्स की डिमांड, करियर के लिए है सबसे बेस्ट ऑप्शन
Advertisement

मार्केट में तेजी से बढ़ रही Web Development और Python कोर्स की डिमांड, करियर के लिए है सबसे बेस्ट ऑप्शन

Web Development and Python: वेब डेवलपमेंट और पायथन जैसे कोर्स को करने में टीयर थ्री के छात्रों ने काफी रूची दिखाई है. करीब 34.66 प्रतिशत टियर थ्री शहर के छात्रों ने इन कोर्स को चुना है.

मार्केट में तेजी से बढ़ रही Web Development और Python कोर्स की डिमांड, करियर के लिए है सबसे बेस्ट ऑप्शन

नई दिल्ली: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और टेक एडवांसमेंट के जमाने में, वेब डेवलपमेंट (Web Development) और पायथन (Python) जैसे कोर्स की मांग लगातार बढ़ती जा रही है. इंटर्नशाला ट्रेनिंग की एक रिपोर्ट, कैरियर-टेक प्लेटफॉर्म इंटर्नशाला के स्किलिंग इंजन, ने दिखाया गया है कि 36.12 प्रतिशत से अधिक छात्र वेब डेवलपमेंट और पायथन जैसे ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स के ऑप्शन को चुनना चाहते थे क्योंकि यह उन्हें बेहतर नौकरी के अवसर और इंटर्नशिप दिलाने में मदद कर सकता है. इसके अलावा, 28.38 प्रतिशत छात्रों का मानना था कि यह कोर्स उन्हें उनके स्किल को बढ़ाने में भी मदद करेगा.

इसके अलावा, रिपोर्ट से पता चलता है कि 10.69 प्रतिशत छात्र ऐसे हैं, जो सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए केवल इन कोर्स का चयन करना चाहते हैं. इसके अलावा इन कोर्स को चुनने के कुछ अन्य कारण यह भी हैं कि छात्र कुछ ऐसी क्षमता हासिल करना चाहते हैं, जिसके जरिए वे इंडस्ट्री लेवल रियल वर्ल्ड प्रोजेक्ट के डेवलप कर सकें. 

इसके अलावा दिलचस्प बात यह है कि टियर थ्री शहर के छात्रों ने वेब डेवलपमेंट (Web Development) और पायथन (Python) जैसे पाठ्यक्रमों को चुनने के लिए उच्चतम रुचि दर्ज की है. यानी 34.66 प्रतिशत टियर थ्री शहर के छात्रों ने इन कोर्स को चुना है. जबकि, टियर वन और टियर टू शहरों ने क्रमशः 30.14 प्रतिशत और 18.54 प्रतिशत का आंकड़ा दर्ज किया है.

इन पाठ्यक्रमों के लिए पुरुष उम्मीदवारों (58.64 प्रतिशत से अधिक) की संख्या महिला उम्मीदवारों (41.36 प्रतिशत) की संख्या से अधिक है. रिपोर्ट के अनुसार, 50,000 रुपये और 7,200 रुपये क्रमशः हाईएस्ट और औसत मासिक वजीफे थे, जो उन छात्रों को पेश किए गए था जिन्होंने सफलतापूर्वक वेब डेवलपमेंट और पायथन कोर्स को पूरा किया था और फिर एक इंटर्नशिप भी जॉइन कर ली थी. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पिछले दो सालों में, 15 प्रतिशत छात्रों को पाठ्यक्रमों के पूरा होने पर नौकरी के भी काफी अवसर भी मिले हैं.

हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे

Trending news