Abhishek Ghosalkar Murder Case: अभिषेक घोसालकर को मोरिस ने मौत के घाट क्यों उतार दिया? अभिषेक से उसकी क्या दुश्मनी थी? अभिषेक को मारा तो मारा मोरिस ने खुद की जान क्यों ली, आइए पूरी कहानी के बारे में जानते हैं.
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Abhishek Ghosalkar Killing: अभिषेक घोसालकर मर्डर केस (Abhishek Ghosalkar Murder Case) की इनसाइड स्टोरी सामने आ गई है. बता दें कि शिवसेना यूबीटी (Shiv Sena UBT) के नेता अभिषेक घोसालकर को गुरुवार की शाम करीब 7.30 बजे गोली मार दी गई. यह घटना मुंबई के दहिसर इलाके में हुई. घोसालकर को तुरंत बोरीवली के करुणा अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. बताया जा रहा है कि दोनों के बीच पैसे का विवाद था. इसके अलावा अभिषेक और मोरिस के बीच इलाके में वर्चस्व को लेकर भी लड़ाई थी. मोरिस रेप के एक मामले में जेल भी जा चुका था. जानकारी मिली है कि अभिषेक की मदद से ही मोरिस के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था. मोरिस ने इस पूरी घटना को कैसे अंजाम दिया और खुद को भी क्यों मारा डाला, आइए समझते हैं.
अभिषेक और मोरिस की वर्चस्व की लड़ाई
सूत्रों के अनुसार, मोरिस पर कई गुनाह दर्ज थे और वह रेप के आरोप में जेल में सजा भी काट चुका था. लेकिन कोविड काल में उसने अपनी छवि सुधारने के लिए समाज सेवा करनी शुरू की थी. अभिषेक इलाके के नगरसेवक रह चुके हैं. वहीं, उनकी पत्नी वर्तमान में नगरसेविका हैं. जबकि अभिषेक के पिता शिवसेना UBT के पूर्व विधायक रहे हैं. सूत्रों ने बताया की एक लंबे समय से दोनों के बीच वर्चस्व को लेकर तनातनी थी.
दोस्ती करके बुलाया और मार दी गोली
लेकिन बीते कुछ महीनों से मोरिस ने अभिषेक के साथ नजदीकियां बढ़ाना शुरू कर दी थीं. इसी सिलसिले में मोरिस ने प्लानिंग करके गुरुवार की शाम अभिषेक को अपने दफ्तर बुलाया, जहां दोनों ने फेसबुक लाइव के माध्यम से अपने गिले-शिकवे दूर करने और समाज सेवा में साथ काम करने की बातें की. लेकिन अभिषेक को यह पता नहीं था कि मोरिस उसे मौत के घाट उतार देगा.
मोरिस ने खुदकुशी क्यों कर ली?
गोलीबारी की आवाज सुनकर अभिषेक के समर्थक उसकी मदद को पहुंचे और उसे गंभीर अवस्था में नजदीकी अस्पताल पहुंचाया. मोरिस ने अभिषेक पर ताबड़तोड़ छह राउंड फायर किए थे. जिसमें से तीन गोलियां अभिषेक को लगी थीं. अभिषेक को गोली मारने के बाद आरोपी मोरिस अपने दफ्तर की पहली मंजिल पर चला गया था और करीब 10-15 मिनट के बाद उसने खुद के सिर में गोली मार ली. उसे लगा कि शायद वह बच के भाग नहीं पाएगा. पुलिस के मुताबिक, इस गोली कांड में दोनों ही लोगों की मौत हो गई.
मोरिस और अभिषेक में क्यों थी दुश्मनी?
बता दें कि आरोपी का नाम मोरिस भाई था. सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर उसने इलाके में अपनी पहचान बनाई थी. एक साल पहले अभिषेक घोसालकर ने मोरिस के खिलाफ दहिसर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया था. बताया जा रहा है कि यह घटना उनके गुस्से के साथ-साथ पैसे को लेकर हुए विवाद के कारण हुई है.
मोरिस का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड
जांच में पता चला है कि मोरिस एक पुराना अपराधी था. मोरिस पर कई मामले दर्ज थे. मोरिस पर 80 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला चल रहा था. इसके अलावा मोरिस महिला से रेप के मामले में भी आरोपी था. इसके अलावा मोरिस के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 के तहत भी मामला लंबित था.