Bollywood Films: बॉलीवुड फिल्में कुछ फार्मूलों को सफल मान लिया गया है. वे दर्शकों को आकर्षित करते हैं. हालांकि वे सफलता की गारंटी नहीं है. हिंदी में नाग-नागिन की फिल्मों ने अपनी जगह बनाई है और करियर में 80 से ज्यादा फिल्में करने वाली माधुरी दीक्षित को भी एक ऐसी फिल्म ऑफर हुई थी. मगर उन्होंने नहीं की. क्योंॽ जानिए...
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Naag Naagin Films: हिंदी फिल्मों में नाग-नागिन की कहानियां (Snake Stories) हमेशा ही एक हिट फार्मूले (Hit Formula) की तरह देखी गई हैं. बड़े के साथ अब छोटे पर्दे पर भी यह दर्शकों को खींचने वाला आइडिया माना जाता है. 1950 से 1980 तक एक दौर था, जब हीरोइनें इंतजार करत थीं कि उन्हें कोई ऐसी फिल्म मिले, जिसमें नागिन का रोल हो. 1954 में आई नागिन (वैजयंती माला-प्रदीप) के साथ यह दौर शुरू हुआ. इसके बाद नागिन (1976, रीना रॉय), नगीना (1986, श्रीदेवी), निगाहें (1989, श्रीदेवी) जैसी फिल्में आज भी याद की जाती हैं. इन फिल्मों की सफलता ने नाग-नागिन (1989, मंदाकिनी-राजीव कपूर), नाचे नागिन गली-गली (1989, मीनाक्षी शेषाद्री-नितीश भारद्वाज), शेष नाग (1990, रेखा-जितेंद्र), तुम मेरे हो (1990, आमिर खान-जूही चावला), विष कन्या (1991, पूजा बेदी) और जानी दुश्मन (2002, अरमान कोहली, मनीषा कोईराला) के लिए रास्ते खोले. अलग बात है कि ये चल नहीं पाईं.
कहानी का क्या किया
नागिन-नागिन की कहानियों के इसी दौर में माधुरी दीक्षित को भी एक फिल्म ऑफर हुई थी, जिसकी कहानी में नाग का बहुत अहम रोल था. परंतु फिल्म की कहानी पढ़ने के बाद माधुरी ने इसे कचरे के डिब्बे में डाल दिया और कहा कि अब ऐसी कहानियों का दौर खत्म हो चुका था. माधुरी ने यह फिल्म नहीं की. 80 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुकीं, माधुरी के करियर में ऐसी कोई फिल्म नहीं है, जिसमें उन्हें नागिन का रोल करने मिला या फिल्म की कहानी में नाग-नागिन मुख्य तौर पर उपस्थित थे. जिस फिल्म की कहानी माधुरी को पसंद नहीं आई, वह थीः दूध का कर्ज. निर्देशक थे, अशोक गायकवाड़.
नाग का बदला
1990 में रिलीज हुई इस फिल्म में जैकी श्रॉफ (Jackie Shroff), नीलम कोठारी (Neelam Kothari), अरुणा ईरानी (Aruna Irani) और प्रेम चोपड़ा (Prem Chpora) मुख्य रोल में थे. फिल्म ऐसी महिला पार्वती (अरुणा ईरानी) की कहानी थी, जिसका एक छोटा बेटा है. वह नन्हें बेटे के साथ एक सांप के बच्चे को भी अपना दूध पिला कर पालती है. परंतु उसके पति पर गांव के कुछ लोग चोरी के झूठे आरोप लगा कर, उसकी हत्या कर देते हैं. इस पर पार्वती नाग के बच्चे को यह कहते हुए जंगल में चले जाने को कहती है कि वह अब उसे नहीं पाल सकती. यह नाग बरसों बाद पार्वती के बेटे (जैकी श्रॉफ) के साथ मिलकर खलनायकों से बदला लेने के लिए लौटता है.
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