Loksabha Chuna: विपक्ष की हुंकार.. मोदी की ललकार, दिल्ली-टू मेरठ कैसे सेट हो गई 2024 सियासी टोन
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Loksabha Chuna: विपक्ष की हुंकार.. मोदी की ललकार, दिल्ली-टू मेरठ कैसे सेट हो गई 2024 सियासी टोन

India Alliance: दिल्ली के रामलीला मैदान से आजादी की क्रांति के लिए मशहूर मेरठ के मैदान तक सियासी जंग छिड़ी रही. दिल्ली में गठबंधन ने मोदी सरकार की हार का दम भरा, तो वहीं दिल्ली से 100 किलोमीटर दूर मेरठ में पीएम मोदी ने NDA के 400 पार का नारा बुलंद किया. 

Loksabha Chuna: विपक्ष की हुंकार.. मोदी की ललकार, दिल्ली-टू मेरठ कैसे सेट हो गई 2024 सियासी टोन

PM Modi Meerut Rally: लोकसभा चुनाव को देखते हुए रविवार का दिन राजनीति के शौकीन लोगों के लिए किसी सुपर संडे से कम नहीं रहा है. दिल्ली से मेरठ तक या यूं कहें मेरठ से दिल्ली तक रैलियों की गूंज सुनाई दी. एक तरफ पीएम मोदी ने सहयोगियों के साथ मेरठ से चुनावी बिगुल फूंका तो वहीं दिल्ली के रामलीला मैदान पर विपक्ष का हल्लाबोल नजर आया है. ऐसे में जबकि मतदान अब ज्यादा दूर नहीं है तो चुनाव का टोन सेट हो गया है. लेकिन यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि इन रैलियों में आखिर दोनों पक्षों का रोडमैप क्या था. एक तरफ विपक्ष ने लोकतंत्र की दुहाई देते हुए जमकर निशाना साधा तो वहीं पीएम ने विपक्ष पर निशाना साधा. 

असल में विपक्ष की रैली का एजेंडा ही सरकार पर लोकतंत्र खत्म करने का आरोप लगाना था. मौका था अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ एकजुट होने का, इस दौरान सोनिया से लेकर विपक्ष के सभी बड़े नेता दिखे. तो वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी ने चौधरी चरण सिंह को केंद्र में रखते हुए किसानों को साधने की कोशिश की है.

सियासत का सुपर संडे.. 
एक रैली दिल्ली में एक मेरठ में.. दोनों जगहों की दूरी 100 किलोमीटर थी.. और मुद्दा था 400 सीटों का. एक तरफ देश की कई बड़ी रैलियों और आंदोलन के लिए मशहूर दिल्ली के रामलीला मैदान में विपक्षी गठबंधन का जुटान था.. जहां 2011 में अरविंद केजरीवाल ने भी विपक्ष के नेताओं के खिलाफ़ आंदोलन किया था.. तो दूसरी तरफ 1857 की क्रांति का बिगुल फूंकने वाले मेरठ में NDA का कुनबा था.. जहां से पीएम मोदी 2014 और 2019 में भी यूपी का चुनावी शंखनाद कर चुके हैं...और आज तीसरी बार वो फिर से मेरठ में थे.

400 प्लस का पैगाम..
रविवार के दिन लोकसभा चुनाव की रणभेरी दिल्ली से यूपी तक सुनाई दी... एक तरफ दिल्ली के रामलीला मैदान में विपक्षी गठबंधन ने लोकतंत्र बचाओ रैली निकाली.. तो दूसरी तरफ पीएम मोदी ने NDA के घटक दलों के साथ मिलकर मेरठ में यूपी के चुनावी शंखनाद किया. मेरठ की धरती से ही पीएम मोदी ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार की शुरूआत की थी.. और एक बार फिर 400 प्लस का पैगाम लेकर पीएम मोदी मेरठ पहुंचे.. और क्रांति का बिगुल फूंकने वाली वीरभूमि को नमन किया...साथ ही जाटलैंड के हीरो चौधरी चरण सिंह को भी याद किया.

मेरठ की इस रैली में पीएम मोदी और सीएम योगी के अलावा NDA के कई बड़े नेता भी मौज़ूद रहे..जिसमें जयंत चौधरी, भूपेंद्र चौधरी, संजय निषाद, अनुप्रिया पटेल और ओमप्रकाश राजभर शामिल थे. पीएम मोदी ने सभी की मौज़ूदगी में फिर एक बार 400 पार की हुंकार भरी.. साथ ही तीसरी बार मोदी सरकार का नारा बुलंद किया.

आंकड़ों पर भी नजर मारिए..
NDA को मालूम है कि केंद्र में सत्ता की वापसी के लिए पश्चिमी यूपी को साधना बेहद ज़रूरी है.. क्योंकि ये वो जाटलैंड है, जहां से दिल्ली का रास्ता जाता है. पश्चिमी यूपी में कुल 14 जिले हैं.. जहां जाटों की आबादी 17% है.. जबकि मथुरा में 40%, बागपत में 30% जाट.. और सहारनपुर में 20% जाट आबादी है. पीएम मोदी ने जाट समीकरण को साधते हुए चौधऱी चरण सिंह का बार-बार ज़िक्र छेड़ा.. और विपक्ष पर उनकी अनदेखी का आरोप लगाते हुए ज़बरदस्त तंज कसा.

मेरठ से चुनावी मैदान में कौन-कौन.. 
बीजेपी ने इस बार रामायाण सीरियल के मशहूर किरदार अरुण गोविल पर दांव खेला है.. जबकि SP की ओर से भानू प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है.. और BSP ने देवव्रत त्यागी को मैदान में उतारा है. बीजेपी उम्मीदवार अरुण गोविल के लिए प्रचार करने पहुंचे पीएम मोदी ने अपने पिछले कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाई.. अगले पांच साल की योजनाएं बताई.. और भ्रष्टाचारियों पर हमला बोलते हुए विपक्ष पर जमकर गरजे....

केजरीवाल की गिरफ्तारी के बहाने..
इससे पहले दिल्ली के रामलीला मैदान में ज़ुटे I.N.D.I.A गठबंधन के नेताओं ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के बहाने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला.. साथ ही मोदी की गारंटी और ED के एक्शन पर सवाल उठाए. पीएम मोदी ने मेरठ से विपक्षी गठबंधन पर तंज कसा..तो दिल्ली से कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने I.N.D.I.A को एकजुट बताया.

ज़ाहिर है.. 2024 की लड़ाई के लिए विपक्ष मोदी सरकार के खिलाफ़ लामबंद है.. मगर उनकी एकजुटता की हकीकत कई मौकों पर खुलकर सामने आ चुकी है.. ऐसे में चुनावी नतीज़े ही बताएंगे की देश को NDA की गारंटी पर यकीन है.. या फिर विपक्षी गठबंधन की...

पश्चिमी यूपी का जातीय समीकरण
मुस्लिम - 27 %
दलित- 25 %
जाट- 17%
राजपूत - 8 %

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