Infosys CEO Salary: सलिल पारेख ने आईआईटी बॉम्बे से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग पूरी की. इसके बाद कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की.
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Salil Parekh Infosys: आईआईटी ने हमें कुछ सबसे पॉपुलर टेक सीईओ दिए हैं. ये दुनिया भर की कुछ सबसे बड़ी कंपनियों को लीड कर रहे हैं. ऐसे ही एक आईआईटी बॉम्बे ग्रेजुएट वर्तमान में 580000 करोड़ रुपये से ज्यादा की मार्केट कैप वाली भारत की दूसरी सबसे बड़ी टेक कंपनी के सीईओ हैं. आईआईटी के पूर्व छात्र दुनिया में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले सीईओ में से एक हैं. हालांकि फाइनेंशियल ईयर 2022-23 के लिए पैकेज 21% कम हो गया, फिर भी वह पिछले फाइनेंशियल ईयर में 56.4 करोड़ रुपये कमाने में सफल रहे. इसका मतलब है कि आईआईटियन ने रोजाना 15.4 लाख रुपये कमाए.
हम जिस सफल आईआईटी ग्रेजुएट के बारे में बात कर रहे हैं, वह इंफोसिस के सीईओ और प्रबंध निदेशक सलिल पारेख हैं. भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य, सलिल पारेख के पास आईटी सेक्टर में करीब 30 साल का एक्सपीरिएंस है, जिसमें बिजनेस में बदलाव लाने और सफल प्रबंधन का एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है.
हमारी सहयोगी वेबसाइट डीएनए के मुताबिक सलिल पारेख ने आईआईटी बॉम्बे से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग पूरी की. इसके बाद कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. इंफोसिस में शामिल होने से पहले, पारेख अर्न्स्ट एंड यंग में पार्टनर थे. 2000 से, सलिल कैपजेमिनी में ग्रुप एग्जीक्यूटिव बोर्ड के मेंबर थे, जहां उन्होंने 25 साल तक कई लीडिंग पदों पर काम किया. जहां उन पर कंपनी की बिजनेस स्ट्रेटजी की जिम्मेदारी थी.
साल 2022 में इंफोसिस ने उनकी सैलरी में 88 फीसदी की बढ़ोतरी की. उनका सालाना मुआवजा 42.50 करोड़ रुपये था. बढ़ोतरी के बाद उनका सैलरी पैकेज 79.75 करोड़ रुपये हो गया, जो रोजाना 21 लाख रुपये से ज्यादा है. सलिल पारेख ने 2 जनवरी 2018 को अंतरिम सीईओ यू बी प्रवीण राव से इंफोसिस की कमान संभाली.