IAS Tian Dabi सबसे ज्यादा चर्चित आईएएस ऑफिसर्स में से एक हैं. उनके बारे में सोशल मीडिया में लगतार खबरें आती रहती हैं. अब हाल ही में उनकी एक मीटिंग हुई थी. मीटिंग में जिला प्रभारी सचिव एवं शासन सचिव ग्रामीण विकास मंजू राजपाल (आईएएस) ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रभावी ढंग से संचालन कर पात्र लोगों को लाभान्वित करें
साथ ही जनसुनवाई के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों को राहत दे. उन्होंने सरकार की फ्लैगशिप एवं बजट घोषणाओं की प्रगति की विस्तार से समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इनकी पालना समय सीमा में करवाना सुनिश्चित करें, इसमें किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरते.
जिला प्रभारी सचिव राजपाल बुधवार को जिला कलक्ट्री सभाकक्ष में फ्लैगशिप एवं बजट घोषणाओं के साथ ही विभागीय गतिविधियों के सम्बन्ध में आयोजित जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित करते हुए यह निर्देश दिए. बैठक में जिला कलक्टर टीना डाबी भी मौजूद थीं.
जिला प्रभारी सचिव एवं शासन सचिव ग्रामीण विकास मंजू राजपाल आईएएस बनने तक के सफर में तो मंजू राजपाल ने कड़ी मेहनत की ही, लेकिन आईएएस बनने के बाद तो चुनौतियां पहाड़ की तरह सामने रहीं. चूरू में जन्मीं मंजू राजपाल वर्ष 2000 बैच में महिला टॉपर रहीं.
आईएएस मंजू राजपाल को अपने शुरुआती दौर में प्रशासनिक लेवल पर भी कई मुश्किलें आई थीं. उनके साथ एक केस ऐसा भी हुआ जिसमें उन्हें APO तक होना पड़ा था. आईएएस मंजू राजपाल डूंगरपुर, भीलवाड़ा, अजमेर समेत कई जिलों की कलेक्टर रह चुकी हैं.
मंजू राजपाल को बेस्ट कलेक्टर का अवार्ड भी मिल चुका है. यह अवार्ड उन्हें साल 2006 में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना को अच्छे तरीके से लागू करने के लिए दिया गया था. मंजू राजपाल ने डूंगरपुर के आदिवासी क्षेत्र में बेटियों को भी गोद लिया.
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