UP Police Constable Paper Leak: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2023 को रद्द कर दिया है. उन्होंने इस परीक्षा को 6 महीने के भीतर दोबारा आयोजित कराने के आदेश दिए हैं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों पर इसका क्या असर पड़ेगा.
Trending Photos
UP Police Constable Recruitment Exam 2024 Cancelled: उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए घोषणा की है कि पेपर लीक की खबरें सामने आने के बाद यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा-2024 रद्द कर दी गई है. प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक होने के खिलाफ सिविल सेवा अभ्यर्थियों के आंदोलन के छठे दिन शनिवार को यह घटनाक्रम सामने आया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छह महीने के भीतर दोबारा परीक्षा कराने के निर्देश भी दिए हैं.
पेपर लीक करने वाले नहीं बख्शे जाएंगे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा "परीक्षाओं की शुचिता के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता. युवाओं की मेहनत से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. ऐसे उपद्रवी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी तय है."
उम्मीदवारों के मन में चल रहे कई सवालों
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2024 के लीक होने के बाद इसे दोबारा छह महीने के भीतर आयोजित कराने के निर्देश दिए गए हैं. लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि कांस्टेबल के 62,244 पदों के लिए आयोजित हुई इस परीक्षा में शामिल होने वाले करीब 48 लाख से अधिक उम्मीदवारों का क्या होगा? क्या अब दोबारा होने वाली परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को फिर से फॉर्म भरने पड़ेंगे, और अगर फॉर्म भरना पड़ा, तो क्या उन्हें दोबारा एप्लिकेशन फीस भी जमा करनी होगी? ऐसे कई सवाल है, जो सरकार के इस फैसले के बाद उम्मीदवारों के मन में चल रहे हैं.
क्या दोबारा भरनी होगी एप्लिकेशन फीस?
दरअसल, यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2024 के दोबारा आयोजन व उससे जुड़ी सभी डिटेल जल्द ही उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) की ऑफिशियल वेबसाइट पर साझा की जाएगी. लेकिन चिंता की बात यह है कि इस परीक्षा में शामिल होने वाले बहुत से उम्मीदवार ऐसे भी होंगे, जो बेहद गरीब परिवार से आते होंगे, जिसके घर की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं होगी कि उनके घर वाले दोबारा एप्लिकेशन फीस अफॉर्ड कर सकें. ऐसे में सरकार को इस बात पर खास ध्यान देना चाहिए और उम्मीदवारों को पहले के ही एप्लिकेशन फॉर्म के जरिए दोबारा परीक्षा में बैठने की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों पर किसी तरह का कोई बोझ ना आए. वहीं, अगर उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड उम्मीदवारों को दोबारा फॉर्म भरने और एप्लिकेशन फीस जमा करने को कहती है, तो ऐसे में परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों की संख्या कम होने की उम्मीद है.
बता दें कि यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2024 के लिए आवेदन करने वाले अनारक्षित कैटेगरी के उम्मीदवारों को 400 रुपये के आवेदन शु्ल्क का भुगतान करना पड़ा था. वहीं, एससी (SC), एसटी (ST) और अन्य कैटेगरी के उम्मीदवारों के आवेदन शुल्क माफ था.
फिजिकल फिटनेस बन सकती है बाधा
इसके अलावा दूसरी बात, जो उम्मीदवारों के लिए सबसे ज्यादा चिंता का विषय बनी हुई है, वह यह है कि उम्मीदवारों ने खुद को परीक्षा के बाद होने वाले फिजिकल टेस्ट के लिए तैयार कर रखा था, लेकिन परीक्षा के रद्द हो जाने और दोबारा होने वाली परीक्षा में लगने वाले अतिरिक्त समय के कारण उनकी फिजिकल फिटनेस पर भी काफी असर पड़ेगा, जो उनके सेलेक्शन में बाधा बन सकता है. जो उम्मीदवार लंबे समय से इस परीक्षा के लिए होने वाले फिजिकल फिटनेस टेस्ट को क्वालीफाई करने के लिए तैयारी कर रहे थे, उन्हें काफी बड़ा झटका लगा है. हालांकि, उम्मीदवारों की मेहनत बेकार नहीं जाएगी, लेकिन उनके लिए फिजिकल फिटनेस टेस्ट में शामिल होने का इंतजार और बढ़ गया है.
फिर धक्के खाकर पहुंचना होगा परीक्षा केंद्र
पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के लीक होने के बाद अब एक बार फिर से उम्मीदवारों को बसों और ट्रेनों में धक्के खाकर परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा. कुछ दिन पहले कानपुर व प्रदेश के अन्य रेलवे स्टेशनों की तस्वीर सामने आई-आई थी, जहां एग्जाम सेंटर पर पहुंचने के लिए उम्मीदवारों की खचा-खच भीड़ स्टेशन पहुंची थी. सफर के दौरान उम्मीदवारों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा था. यातायात के इंतजाम किए जाने के बावजूद दमघोंटू स्थिति में उम्मीदवारों ने ट्रेनों और बसों में सफर किया था, जो उन्हें इस पेपर लीक के बाद एक बार दोबारा करना पड़ेगा. कई उम्मीदवार तो ट्रेन में पहले सीट पाने के लिए काफी पहले ही स्टेशन पहुंच जाते हैं और वहीं पढ़ते और सोते हैं. ऐसे में सरकार को इस दिशा में ध्यान देते हुए, कोशिश करनी चाहिए कि उम्मीदवारों को दोबारा ऐसी असुविधा ना हो, इसलिए सरकार को उम्मीदवारों के सेंटर उन्हीं जिले में रखने चाहिए, जिसे जिले में उम्मीदवार रहते हैं. हालांकि, परीक्षा के दौरान सरकार को काफी कड़े इंतजाम भी करने होंगे.
क्या आयु सीमा पार करने वाले दोबारा दे पाएंगे परीक्षा?
इसके अलावा अब उम्मीदवारों के मन में एक सवाल और उठ रहा है कि अगर दोबारा होने वाली परीक्षा के समय वे आयु सीमा को पार कर जाते हैं, तो वे उस स्थिति में क्या परीक्षा में शामिल हो सकेंगे. दरअसल, इसको लेकर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. लेकिन, उम्मीद है कि सरकार आयु सीमा पार कर जाने वाले उम्मीदवारों को परीक्षा में शामिल होने का मौका जरूर देगी. क्योंकि अगर सरकार ऐसा नहीं करती है, तो पूरे प्रदेश में युवाओं का आक्रोश देखने को मिल सकता है, जिसका आने वाले आम चुनाव पर भी असर हो सकता है.
उम्मीदवारों पर पड़ेंगे नकारात्मक प्रभाव
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा लीक होने के कारण उम्मीदवारों पर कई तरह से नकारात्मक प्रभाव भी पड़ेंगे. सबसे पहले तो उम्मीदवारों को अपनी तैयारी फिर से शुरू करनी होगी और परीक्षा के लिए इंतजार करना होगा, जिससे उन्हें काफी असुविधा होगी. इसके अलावा परीक्षा लीक होने से उम्मीदवारों में अनिश्चितता और चिंता पैदा हो रही है, उन्हें अब यह नहीं पता होगा कि परीक्षा कब होगी और उन्हें क्या करना होगा. इससे उम्मीदवारों की तैयारी में बाधा भी आएगी. उम्मीद है कि दोबारा होने वाली परीक्षा इस बार के मुकाबले थोड़ी कठिन हो सकती है.
परीक्षा लीक होने के कारण अगर उम्मीदवारों का चयन नहीं हो पाता है, तो यह उनके भविष्य की संभावनाओं पर भी नकारात्मक प्रभाव डालेगा. उम्मीदवारों के मन में नैतिकता का प्रश्न भी पैदा होगा और उन्हें लग सकता है कि परीक्षा में सफल होने के लिए गलत तरीकों का इस्तेमाल करना सही है.
हालांकि, अब इस स्थिति में उम्मीदवारों को संयम बनाए रखना होगा और इधर-उधर की बातें ना सुनते हुए केवल अपनी परीक्षा की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. इसके अलावा उम्मीदवार परीक्षा में सफल होने के लिए सही तरीकों का इस्तेमाल करें. किसी के बहकावे में आकर गलत रास्तों का चयन ना करें.