Kota Coaching Institutes: कोचिंग के पूर्व छात्रों के सहयोग से यह पहल इस बात की पुष्टि करती है कि कोटा बेहतर सुविधाओं और माहौल के साथ अपने मानकों को बनाए रखता है.
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Student Cares Kota: राजस्थान का कोटा, मेडिकल और इंजीनियरिंग के उम्मीदवारों के लिए कोचिंग हब, जो हाल के सालों में स्टूडेंट्स की सुसाइड के कारण सुर्खियों में रहा है. कोटा में साल 2023 की तुलना में 2024 में ऐसे मामलों में 38 फीसदी की गिरावट देखी गई. इस साल 16 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2023 में 26 मामले दर्ज किए गए.
जिला प्रशासन ने स्टूडेंट्स सुसाइड में कमी का क्रेडिट कोचिंग सेंटरों और हॉस्टल्स के लिए प्रोटोकॉल और दिशा-निर्देशों के सख्त पालन और इस साल अपनी निगरानी में स्ट्रेस फ्री एकेडमिक एनवायरमेंट सुनिश्चित करने के लिए कई अतिरिक्त पहलों को दिया. अन्य पहलों में हॉस्टल वार्डन के लिए डब्ल्यूएचओ-प्रोटोकॉल गेट-कीपर ट्रेनिंग, एसओएस हेल्प, 'डिनर विद कलेक्टर' और 'संवाद' जैसे स्टूडेंट कनेक्ट प्रोग्राम और फीमेल स्टूडेंट्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस का कालिका दस्ता शामिल हैं.
कोटा जिला कलेक्टर डॉ रवींद्र गोस्वामी ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, "आत्महत्याओं में कमी काफी है और हमारे प्रयास (उन्हें रोकने के लिए) परिणाम दे रहे हैं, और हमें उम्मीद है कि यह प्रवृत्ति जारी रहेगी." गोस्वामी ने बताया कि उन्होंने पूरे साल अलग अलग पहलों के माध्यम से 25,000 से ज्यादा कोचिंग स्टूडेंट्स के साथ पर्सनल रूप से बातचीत की, उन्हें कैरियर गाइडेंस प्रदान किया तथा उनकी चिंताओं का समाधान किया.
जिला प्रशासन ने कोचिंग सेंटर चलाने वालों के साथ मिलकर पिछले बुधवार को संपन्न हुए तीन दिवसीय कोटा महोत्सव के दौरान 'कोटा केयर्स' की भी शुरुआत की. जिला कलेक्टर ने कहा, "कोटा केयर्स इस बात पर जोर देता है कि शहर ने देश भर में एक करोड़ से ज्यादा स्टूडेंट्स को कोचिंग प्रदान की है, जिससे उनके करियर पर खास प्रभाव पड़ा है. कोचिंग के पूर्व छात्रों के सहयोग से यह पहल इस बात की पुष्टि करती है कि कोटा बेहतर सुविधाओं और माहौल के साथ अपने मानकों को बनाए रखता है."
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कोचिंग इंडस्ट्री के स्टेकहोल्डर्स का मानना है कि एनसीआरबी के आत्महत्या के आंकड़ों के मुताबिक भारत के टॉप 30 शहरों में शामिल न होने के बावजूद, कोचिंग स्टूडेंट्स की मौतों पर नेगेटिव प्रचार के कारण कोटा को 2024 में नुकसान उठाना पड़ा. इस स्थिति ने, नए केंद्रीय नियामक दिशानिर्देशों और देश भर में कोटा संस्थान की लगभग 100 ब्रांचेज की स्थापना के साथ मिलकर कोचिंग हब के सालाना राजस्व को प्रभावित किया है.
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