Children's Day: भारत में 1964 से पहले 14 नवंबर को नहीं मनाया जाता था बाल दिवस
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Children's Day: भारत में 1964 से पहले 14 नवंबर को नहीं मनाया जाता था बाल दिवस

Children's day 2024: कई देशों में एक जून को बाल दिवस के तौर पर मनाया जाता है. कुछ देश संयुक्त राष्ट्र की घोषणा के अनुरूप 20 नवंबर को बाल दिवस मनाते हैं.

Children's Day: भारत में 1964 से पहले 14 नवंबर को नहीं मनाया जाता था बाल दिवस

Children's Day Date: इतिहास में 14 नवंबर की तारीख स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन के तौर पर दर्ज है. इस दिन को 'बाल दिवस' के तौर पर मनाया जाता है. उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में 14 नवंबर 1889 को जन्मे जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से खासा लगाव था और बच्चे उन्हें "चाचा नेहरू" कहकर पुकारते थे. भारत में 1964 से पहले तक बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता था, लेकिन जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद उनके जन्मदिन अर्थात 14 नवंबर को 'बाल दिवस' के रूप में मनाने का फैसला किया गया.

कई देशों में एक जून को बाल दिवस के तौर पर मनाया जाता है. कुछ देश संयुक्त राष्ट्र की घोषणा के अनुरूप 20 नवंबर को बाल दिवस मनाते हैं. 2023 में 14 नवंबर को भारत की प्रसिद्ध 'स्काइडाइवर' शीतल महाजन ने माउंट एवरेस्ट के सामने 21,500 फुट की ऊंचाई से हेलीकॉप्टर से छलांग लगाने वाली दुनिया की पहली महिला बनकर एक नयी उपलब्धि हासिल की. भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित और कई ‘स्काइडाइविंग’ रिकॉर्ड धारक 41 वर्षीय महाजन ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट के सामने छलांग लगाई.

शुरुआती जीवन और पढ़ाई
पंडित नेहरू के पिता, मोतीलाल नेहरू, एक प्रतिष्ठित वकील थे और उन्होंने पंडित नेहरू को हायर एजुकेशन दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. पंडित नेहरू की शुरुआती पढ़ाई इंग्लैंड के हैरो स्कूल में हुई, जिसके बाद उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की.

लंदन में इनर टेम्पल से कानून की पढ़ाई पूरी करने के बाद, नेहरू ने भारत लौटकर स्वतंत्रता संग्राम में एक्टिवली हिस्सा लिया. नेहरू महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक एक्टिव सदस्य बने. उनका झुकाव समाजवाद और विश्व शांति की ओर था, जो उन्हें भारतीय राजनीति में अलग पहचान देता था.

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