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Google CEO Sundar Pichai: अगर आप सोचते हैं कि करोड़पति या अरबपति बनने के लिए बिजनेस या अपना काम धंधा की करना जरूरी है तो आप गलत है. अगर आप सोचते है कि हर महीने सैलरी पर अपना गुजारा करने वाले लोग करोड़पति या अरबपति नहीं बन सकते हैं तो भी आप गलत है. सैलरी पाने वाले लोग भी अरबपति बन सकते हैं. Google के CEO के तौर पर काम करने वाले भारतीय मूल के सुंदर पिचाई ने इसे साबित कर दिया है. सुंदर पिचाई नया कीर्तिमान बनाने स्थापित करने जा रहे हैं. सुंदर पिचाई दुनिया के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले सीईओ में से एक बन गए है. उनकी कुल संपत्ति की बात की जाए तो अब ये करीब 1 बिलियन डॉलर के पास पहुंच गई है. यानी इनको बहुत जल्द सुंदर पिचाई बिलेनियर्स क्लब में शामिल हो जाएंगे. उन्हें अरबपति का टैग मिलने वाला है. एक छोटे से दो कमरों वाले अपार्टमेंट में रहने वाले सुंदर पिचाई अरबों की संपत्ति के मालिक हो गए हैं.
अरबपति बनने के करीब पहुंचने की कहानी
सुंदर पिचाई पिछले 7 सालों से Google के CEO के तौर पप अपनी सेवाएं दे रहे है.पिचाई के नेतृत्व में कंपनी ने शानदार प्रदर्शन किया है और अच्छा मुनाफा कमाया है. कंपनी के शेयरों में सौ दो सौ नहीं बल्कि 400% से अधिक की तेजी दिखाई है. इस तेजी की तुलना अगर अमेरिकी शेयर बाजार से करें तो आप पाएंगे कि एसएंडपी 500 और नैस्डैक से गूगल के शेयरों ने काफी बेहतर प्रदर्शन किया है. इसके अलावा इनके अंडर कंपनी ने अपने इतिहास में पहली बार जबरदस्त मुनाफा कमाया. अगर कंपनी की पहली तिमाही की इनकम देखें तो आय उम्मीदों से कई गुना बेहतर रही.कंपनी को क्लाउड कंप्यूटिंग यूनिट में AI-powered growth से भी बढ़ावा मिला है.
कैसे मिला सुंदर पिचाई को फायदा
सुंदर पिचाई को गूगल के सीईओ के तौर पर मोटी सैलरी मिलती है. सैलरी के अलावा उनको मिलियन डॉलर के स्टॉक अवार्ड यानी कंपनी के शेयर भी मिलते हैं. चूंकि गूगल के शेयरों में 400 फीसदी का रिर्टन मिला है, जिसकी वजह से सुंदर पिचाई के शेयरों की कीमत चढ़ गई है. सैलरी की बात करें तो साल दर साल उनकी सैलरी भी डबल ट्रिपल हो गई. तीन साल पहले सुंदर पिचाई की सैलरी 2 मिलियन डॉलर थी, जो पिछले साल 2 मिलियन डॉलर से बढ़कर 6.3 मिलियन डॉलर पर पहुंच गई. एक रिपोर्ट के मुताबिक शेयरों के भारी उछाल ने सुंदर पिचाई को दुनिया के सबसे ज्यादा कमाई करने वाला सीईओ बना दिया. उनकी संपत्ति लगभग एक अरब डॉलर के करीब पहुंच गई.
मदुरै से गूगल तक का सफर
मदुरै से निकलकर गूगल के सीईओ बनने तक का सफर सुंदर पिचाई के लिए आसान नहीं था. भारत के चेन्नई में जन्मे सुंदर का बचपन कठिनाइयों से भरा था. वे एक छोटे से दो कमरों वाले अपार्टमेंट में पूरा परिवार रहता था. वे और उनके भाई लिविंग रूम के फर्श पर सोते थे. एक इंटरव्यू में पिचाई ने बताया था कि उनके बचपन के अधिकांश समय में उनके पास टेलीविजन या कार जैसी सुविधाएं नहीं थीं. कई बार घर का पानी बंद हो जाता था. जब सुंदर 12 साल के थे परिवार को पहला रोटरी टेलीफोन मिला. उन्होंने इंटरव्यू में बताया कि इसी टेलीफोन ने उन्हें टेक्नॉलजी के करीब ला दिया. उनका लगाव टेक इंडस्ट्री की ओर बढ़ा. खड़गपुर आईआईटी से इंजीनियरिंग करने के बाद वो स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमएस एवं व्हार्टन स्कूल ऑफ यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया से एमबीए भी किया है.साल 2004 में उन्होंने गूगल ज्वाइन किया, साल 2015 में उन्हें गूगल का सीईओ बनाया गया था. इसके बाद साल 2019 में उन्हें अल्फाबेट इंक का सीईओ बनाया गया.