Share Market: अब आ गया है राकेश झुनझुनवाला की इन दो टिप्स को अपनाने का वक्त, करोड़पति बनना है तो तुरंत दिमाग में बैठा लें ये बातें
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Share Market: अब आ गया है राकेश झुनझुनवाला की इन दो टिप्स को अपनाने का वक्त, करोड़पति बनना है तो तुरंत दिमाग में बैठा लें ये बातें

Rakesh Jhunjhunwala Portfolio: राकेश झुनझुनवाला शेयर बाजार में काफी सोच-समझकर इंवेस्टमेंट किया करते थे. साथ ही वो अपने पैसे को व्यर्थ नहीं किया करते, जिसके बदौलत ही उन्होंने करोड़ों की दौलत कमाई. वहीं राकेश झुनझुनवाला ने लोगों को भी शेयर बाजार में निवेश करने की दो खास टिप्स दी है.

राकेश झुनझुनवाला

Rakesh Jhunjhunwala Tips: शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक और कारोबारी राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) आज हमारे बीच नहीं है. हालांकि उनकी कही गई बातें और उनकी यादें आज भी लोगों के जहन में ताजा है. राकेश झुनझुनवाला की जिंदगी कई लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत के समान है. उनकी जिंदगी से लोगों को काफी सीख भी हासिल हो सकती है. वहीं राकेश झुनझुनवाला ने बहुत ही कम पैसे से शेयर मार्केट में निवेश की शुरुआत की थी और इसके बाद उन्होंने अपने नाम को ही इतिहास बना दिया. राकेश झुनझुनवाला की गिनती अरबपतियों की लिस्ट में भी होने लगी.

राकेश झुनझुनवाला की टिप्स

राकेश झुनझुनवाला शेयर बाजार में काफी सोच-समझकर इंवेस्टमेंट किया करते थे. साथ ही वो अपने पैसे को व्यर्थ नहीं किया करते, जिसके बदौलत ही उन्होंने करोड़ों की दौलत कमाई. वहीं राकेश झुनझुनवाला ने लोगों को भी शेयर बाजार में निवेश करने की दो खास टिप्स दी है, जिसको अपनाकर आम निवेशक भी करोड़पति बनने की तरफ कदम बढ़ा सकता है. राकेश झुनझुनवाला की दो टिप्स इस प्रकार से है...

Buy Right, Sit Tight
राकेश झुनझुनवाला को अक्सर भारत के वॉरेन बफे के रूप में भी जाना जाता है. राकेश झुनझुनवाला ने हमेशा कहा है कि अपनी खुद की रिसर्च करें और सही स्टॉक में पैसा लगाएं. कंपनी के व्यवसाय में विश्वास रखें. अपने निवेश निर्णयों को लेकर घबराएं नहीं और लंबे समय तक उस स्टॉक में निवेशित रहें. जितना लंबा आप किसी शेयर में निवेशित रहेंगे, प्रॉफिट उतना ज्यादा बढ़ता जाएगा. शेयर खरीदें और आराम से बैठ जाएं.

जब दूसरे बेचें तब खरीदें और जब दूसरे खरीदें तब बेचें
राकेश झुनझुनवाला हमेशा हवा के खिलाफ जाने में भरोसा रखते थे. वह कहा करते थे- "जब दूसरे बेच रहे हों तब खरीदें और जब दूसरे खरीद रहे हों तो बेचें." इस प्रकार वह लोगों के झुंड की मानसिकता के खिलाफ थे और चाहते थे कि बाजार के निवेशक निवेश करते समय अपने दिमाग का इस्तेमाल करें.

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