Appraisal in 2023: अप्रेजल के बारे में ना सोचना ही बेहतर, दुनिया के माहौल से कर्मचारियों में दहशत, नौकरियों पर मंडरा रहा खतरा
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Appraisal in 2023: अप्रेजल के बारे में ना सोचना ही बेहतर, दुनिया के माहौल से कर्मचारियों में दहशत, नौकरियों पर मंडरा रहा खतरा

Business News: टेक कंपनियों का मंदी की आशंका के कारण बहुत बुरा हाल है. क्रिप्टोकरंसी इंडस्ट्री के भी हाल बेहाल हैं. नवंबर के आंकड़े देखें तो इस सेक्टर से 52,771 लोगों को निकाला गया. इस सेक्टर में पूरे साल 81 हजार लोगों ने नौकरी गंवा दी. 

Appraisal in 2023: अप्रेजल के बारे में ना सोचना ही बेहतर, दुनिया के माहौल से कर्मचारियों में दहशत, नौकरियों पर मंडरा रहा खतरा

Economic Recession: नए साल का आगाज हो चुका है और अब नौकरीपेशा लोगों की उम्मीदें अप्रेजल को लेकर बढ़ गई हैं. पूरे साल की मेहनत का हर कोई अच्छे से अच्छा फल चाहता है. दफ्तरों में अब सुगबुगाहटों का दौर तेज हो गया है कि सैलरी कितनी बढ़ेगी. लेकिन दुनिया के माहौल को देखकर लग रहा है कि इस बार अप्रेजल के बारे में ना ही सोचें तो बेहतर है. बल्कि जितनी तनख्वाह पर आप काम कर रहे हैं, उतनी मिलती रहे, वह काफी है. 

दरअसल 2021 में फेसबुक, अमेजन और ट्विटर जैसी कंपनियों ने हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था. भारत में भी कई स्टार्टअप कंपनियों में लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा था. नए साल में भी यह सिलसिला जारी है. हाल ही में अमेजन ने 18000 कर्मचारियों को निकालने का ऐलान किया है. 1000 कर्मचारी सिर्फ भारत से फायर होंगे. इसके अलावा कई और कंपनियों ने भी कर्मचारियों को निकालने की बात कही है. कुछ कंपनियों ने स्टाफ को तो नहीं निकाला लेकिन वह सैलरी में कटौती करेंगी. अमेरिका समेत पूरी दुनिया में मंदी की आशंका जताई जा रही है. इसके चलते कंपनियां यह कदम उठा रही हैं. इसका मतलब यह है कि इस साल का अप्रेजल अब दूर की कौड़ी है. 

नए साल के दस्तक देते ही आर्थिक मंदी की आशंका भी तेज हो गई है. इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड यानी IMF की हेड क्रिस्टालीना जॉर्जीवा ने चेताया था कि साल 2023 में एक तिहाई दुनिया को मंदी जकड़ लेगी. चीन, यूरोपियन यूनियन (EU) और अमेरिका के लिए यह साल चुनौतीपूर्ण रहने वाला है. ब्याज दरों में इजाफा, महंगाई, यूक्रेन-रूस जंग और कोरोना से चीन में हाहाकार के कारण 2023 वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए बेहद मुश्किल रह सकता है. ऐसे में कंपनियों ने आगे के लिए स्ट्रैटजी बनानी शुरू कर दी है. 

टेक इंडस्ट्री पर सबसे ज्यादा मार

टेक कंपनियों का मंदी की आशंका के कारण बहुत बुरा हाल है. क्रिप्टोकरंसी इंडस्ट्री के भी हाल बेहाल हैं. नवंबर के आंकड़े देखें तो इस सेक्टर से 52,771 लोगों को निकाला गया. इस सेक्टर में पूरे साल 81 हजार लोगों ने नौकरी गंवा दी. अमेजन और सेल्सफोर्स इंक ने बड़े पैमाने पर छंटनी का ऐलान किया है. कई तरह की नौकरियों के लिए एपल ने भी रिक्रूटमेंट रोक दी है. सेल्स डिविजन में Adobe ने 100 नौकरियां खत्म कर दी हैं. इसके अलावा कुछ कर्मचारियों को अन्य काम दिए गए हैं. 

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