Tomato Price Hike: टमाटर बेचकर करोड़पत‍ि बन गया यह शख्‍स, 15 द‍िन में कमा ल‍िए 2 करोड़; अभी भी फसल बाकी
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Tomato Price Hike: टमाटर बेचकर करोड़पत‍ि बन गया यह शख्‍स, 15 द‍िन में कमा ल‍िए 2 करोड़; अभी भी फसल बाकी

Tomato Prices at All Time High: रेड्डी ने अपनी यात्रा को याद करते हुए कहा कि वह गांव में अपनी 20 एकड़ कृषि भूमि पर धान की खेती करते थे. धान की खेती में कई बार घाटा होने के बाद उन्होंने आठ साल पहले आठ एकड़ में सब्जियां उगाना शुरू किया था.

Tomato Price Hike: टमाटर बेचकर करोड़पत‍ि बन गया यह शख्‍स, 15 द‍िन में कमा ल‍िए 2 करोड़; अभी भी फसल बाकी

Tomato Price in Delhi: टमाटर की फसल महंगी होने के साथ ही कुछ क‍िसानों के ल‍िए यह मौका वरदान बनकर आया है. प‍िछले द‍िनों महाराष्‍ट्र के एक क‍िसान के टमाटर की फसल से करीब तीन करोड़ रुपये कमाने के बाद अब एक और ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है. तेलंगाना के मेडक जिले के एक किसान ने टमाटर की फसल बेचकर पिछले 15 दिन में करीब 2 करोड़ रुपये कमाए हैं. मेडक जिले के कौडिपल्ली मंडल के मोहम्मद नगर गांव के बी महिपाल रेड्डी ने कहा कि उनके खेतों में अब भी एक करोड़ रुपये की टमाटर की फसल बची है.

देशभर में टमाटर की कीमतें आसमान छू रही

उन्होंने बताया कि वह लगातार बारिश को देखते हुए फसल को लेकर चिंतित हैं. इससे फसल को नुकसान होगा. पिछले कुछ हफ्ते में देशभर में टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं. अलग-अलग स्थानों पर इसकी कीमत 100 रुपये से 120 रुपये प्रति किलो के बीच है. रेड्डी ने अपनी यात्रा को याद करते हुए कहा कि वह गांव में अपनी 20 एकड़ कृषि भूमि पर धान की खेती करते थे. धान की खेती में कई बार घाटा होने के बाद उन्होंने आठ साल पहले आठ एकड़ में सब्जियां उगाना शुरू किया था.

16 लाख रुपये से जालीदार शेड बनवाया
तेलंगाना को आमतौर पर पड़ोसी आंध्र प्रदेश के मदनपल्ली और कर्नाटक के कोलार से टमाटर मिलते हैं. रेड्डी ने उन स्थानों का दौरा किया था और उनकी खेती की शैली और तकनीकों का अध्ययन किया था. अप्रैल और मई के दौरान तेलंगाना का तापमान ज्‍यादा होता है, जो टमाटर की खेती के लिए उपयुक्त नहीं है. इसलिए तापमान और जलवायु परिस्थितियों के प्रभाव को नियंत्रित करने के लिए उन्होंने 16 लाख रुपये खर्च करके आठ एकड़ टमाटर की खेती वाले क्षेत्र में एक जालीदार शेड बनवाया. इससे टमाटर की उच्च उपज और क्‍वाल‍िटी वाला उत्पादन हुआ.

उन्‍होंने बताया क‍ि मैं अप्रैल में टमाटर के बीज बोते हैं और फसल जून के अंत तक तैयार हो जाती है. महिपाल रेड्डी ने कहा कि वह खेती में ड्रिप सिंचाई और ‘स्टेकिंग’ विधियों का उपयोग करते हैं. उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो वह एक सप्ताह के अंदर अपने सभी बचे हुए टमाटर बेच देंगे. उन्होंने अपने टमाटर हैदराबाद और उसके बाहरी इलाके के बोयेनपल्ली, शाहपुर और पाटनचेरु बाजारों में बेचे हैं.

टमाटर की 25 से 28 किलोग्राम की एक पेटी के लिए उन्हें 2,500 रुपये से 2,700 रुपये की कीमत मिली. उन्होंने करीब दो करोड़ रुपये में ऐसी लगभग 7,000 क्रेट बेची हैं. रेड्डी ने हैदराबाद में मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव से मुलाकात की, जिन्होंने उनकी सराहना की. रेड्डी ने कहा कि 20 एकड़ की अपनी जमीन के अलावा उन्होंने 80 एकड़ जमीन पट्टे पर ली है और 60 एकड़ में धान की खेती की है. बाकी जमीन पर वह अन्य फसलें भी उगाते हैं.

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